सिंहासन से ज्यादा जरूरी था आज्ञा पालन श्रीराम के लिए : लाटा महराज

कोरबा। प्रख्यात कथावाचक शंभूशरण लाटा महराज ने कहा कि श्रीरामचंद्र के लिए सिंहासन से भी कहीं ज्यादा जरूरी था पिता की आज्ञा पालन। उन्होंने अपने कार्यों से समाज में जो आदर्श स्थापित किए उन्होंने ही राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाया। कोरबा के पावर हाउस रोड स्थित दीनदयाल मार्केट की पीली कोठी में श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन नागरिक संगठन की ओर से किया गया है। प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित शंभू शरण लाटा महाराज ने कथा के छठवें दिवस यहां पर राम बनवास और अन्य प्रसंगों पर उन्होंने रोशनी डाली। इसके माध्यम से समाज को यह बताने का प्रयास किया गया कि रघुवंशियों के कालखंड में प्राणों से कहीं ज्यादा वजन वचन का हुआ करता था। लाटा महराज ने कहा कि अतीत में जो महापुरुष हुए उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया जो अगली कई पीढिय़ों के लिए न केवल उदाहरण बन गया बल्कि लोगों को एक दृष्टि प्राप्त हुई कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं। कथा श्रवण करने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की आंखें कई प्रसंगों को सुनकर नम हो गई।

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