
धनबाद, २९ नवंबर ।
झारखंड के धनबाद जिले में मोतियाबिंद ऑपरेशन के नाम पर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग को मिली शिकायतों के बाद शुक्रवार को विभागीय टीम ने गोविंदपुर स्थित एक नेत्र अस्पताल में जांच की। टीम जब अस्पताल पहुंची तो वह बंद मिला। इसके बावजूद अधिकारियों ने उपलब्ध दस्तावेजों और पूर्व ऑपरेशन रिकॉर्ड के आधार पर जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ाई।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले के कई नेत्र चिकित्सालय सरकारी योजना के तहत हो रहे मोतियाबिंद ऑपरेशन में अनियमितता बरत रहे हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कुछ अस्पतालों ने एक ही मरीज का कई बार ऑपरेशन दिखाकर सरकारी राशि प्राप्त की है।विभाग के सूत्रों के मुताबिक झी लमन बीबी नामक मरीज का वास्तविक मोतियाबिंद ऑपरेशन नयन सुख अस्पताल में किया गया था, लेकिन इसके बावजूद जिले के दो अन्य नेत्र अस्पतालों ने भी उसी मरीज का ऑपरेशन दिखाकर पैसा ले लिया।यह सिर्फ एक मामला नहीं है। जांच टीम को संदेह है कि लगभग एक दर्जन मरीजों के नाम पर तीन से चार बार ऑपरेशन दिखाए गए हैं। यानी मरीज का वास्तविक ऑपरेशन एक बार होने के बावजूद अस्पतालों ने कागजों में कई बार सर्जरी दर्ज कर सरकारी मद से राशि निकाल ली। सिविल सर्जन के निर्देश पर गठित मेडिकल टीम अब सभी रिकॉर्ड, अस्पतालों की सूची, मरीजों के बयान और ऑपरेशन से जुड़े दस्तावेजों की विस्तृत जांच कर रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि जांच में धोखाधड़ी प्रमाणित होती है तो संबंधित अस्पतालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।विभाग ने मरीजों से भी अपील की है कि वे अपने उपचार से संबंधित दस्तावेज सुरक्षित रखें और किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत दें।


















