वोटरों के सत्यापन के लिए चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से मांगा सहयोग, 4 IAS अधिकारी बने विशेष रोल प्रेक्षक

लखनऊ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सोमवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों के साथ तीसरी बैठक की। उन्होंने बताया कि अब तक 97.3 प्रतिशत गणना प्रपत्र का डिजिटाइजेशन पूरा हो गया है। अभी तक 17.7 प्रतिशत ऐसे मतदाता मिले हैं जो अनुपस्थित, शिफ्टेड व मृत के अलावा वे हैं जिन्होंने फार्म भरकर नहीं दिया है। प्रदेश के बड़े शहरों खासकर लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, अलीगढ़ आदि में 30 प्रतिशत मतदाताओं की वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग नहीं हो सकी है। इनकी मैपिंग का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अनुपस्थित, शिफ्टेड व मृत मतदाताओं के सत्यापन में राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील की है। बैठक में राजनीतिक दलों ने गणना प्रपत्र जमा करने की समय-सीमा बढ़ाने का अनुरोध भी किया।

मृत मतदाताओं की सूची बीएलए को कराई जाएगी उपलब्ध

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि जो बूथ अपना कार्य पूरा कर चुके हैं, वहां के अनुपस्थित, शिफ्टेड व मृत मतदाताओं की सूची बीएलओ द्वारा बीएलए को उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही यह सूची जिला निर्वाचन अधिकारियों की वेबसाइट पर भी विधान सभा क्षेत्र व बूथवार उपलब्ध रहेगी। उन्होंने जिलेवार 12 दिसंबर तक बीएलओ–बीएलए की बैठक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रवासी भारतीय मतदाताओं को लेकर विशेष जानकारी देते हुए कहा कि विदेश में रह रहे भारतीय नागरिक फार्म-6ए भरकर ही मतदाता बन सकते हैं। यह फार्म आयोग की वेबसाइट (voters.eci.gov.in) पर आनलाइन भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि प्रवासी नागरिक का गणना प्रपत्र किसी भी स्थिति में जमा न करें, क्योंकि यह नियम विरुद्ध है। गलती से ऐसा होने पर तुरंत बीएलओ को सूचित करना आवश्यक है, अन्यथा शिकायत की स्थिति में कार्रवाई हो सकती है।

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