
कोरिया बैकुंठपुर। जिले में 15 नवंबर से प्रारंभ हुई धान खरीदी प्रक्रिया 31 जनवरी तक जारी रहेगी। धान खरीदी को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी लगातार समीक्षा बैठकों का आयोजन कर रही हैं। मंगलवार को आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने नोडल अधिकारियों और संबंधित विभागों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि समितियों को हमालों के लिए आवंटित राशि का तत्काल भुगतान कर देना चाहिए। सहकारिता विभाग के अधिकारियों से यह भी जानकारी ली कि अब तक कितनी समितियों को कितनी राशि दी गई है,.कितनी राशि हमालों को भुगतान की जा चुकी है और किन समितियों में भुगतान लंबित है। लंबित मामलों में तुरंत भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने दोहराया कि किसानों से किसी भी प्रकार की जबरन हमाली नहीं कराई जाए। यदि किसान स्वेच्छा से सहयोग करते हैं, तो उन्हें हमाली पारिश्रमिक अवश्य दिया जाए। सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि धान बेचने आने वाले किसानों, वाहनों और खरीद प्रक्रिया से जुड़े प्रत्येक चरण की फोटो सतर्क ऐप में नियमित रूप से अपलोड करें। यह निगरानी और पारदर्शिता को मजबूत करने के लिए आवश्यक है। कलेक्टर ने कहा कि जिन किसानों ने धान बेच दिया है, उन्हें रकबा समर्पण के लिए प्रेरित करें। जिले में अभी तक 40 हेक्टेयर से अधिक रकबा समर्पित किया जा चुका है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है। कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों से खरीदी केंद्रों की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली और जोर दिया कि किसी भी केंद्र में बफर लिमिट से अधिक धान होने पर तुरंत अधिकारियों को सूचना दें। किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए सभी आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ।अधिक खरीदी वाले केंद्रों में रकबा सत्यापन किया जाए और बोगस धान की संभावना पर विशेष नजर रखी जाए। कलेक्टर ने दोनों एसडीएम को निर्देश दिया कि वे निरंतर खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करें। पुलिस विभाग को चेकपोस्टों की जांच तेज करने तथा अन्य जिलों/राज्यों से अवैध धान परिवहन पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि शनिवार व रविवार जैसे अवकाश दिनों में भी फील्ड में भौतिक सत्यापन (पीवी) किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि खरीदी केंद्रों में धान को मॉइश्चर मशीन से तय सीमा के अनुसार ही मापा जाए और निर्धारित गुणवत्ता के अनुरूप ही खरीदी की जाए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि प्रशासन का उद्देश्य है पारदर्शी, सुरक्षित, निष्पक्ष और किसान हितैषी धान खरीदी सुनिश्चित करना है।



















