
नईदिल्ली १0 दिसम्बर ।
अमेरिका की ओर से भारतीय सामान पर लगाए गए भारी टैरिफ को लेकर पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के बयान ने नई बहस खड़ी कर दी है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में राजन कहते हुए नजर आए हैं कि ट्रंप प्रशासन ने 50 प्रतिशत टैरिफ रूस से तेल खरीद को लेकर नहीं, बल्कि भारत द्वारा ट्रंप की पाकिस्तान को लेकर की गई टिप्पणी का समर्थन न करने की वजह से लगाया। राजन ने स्विट्जरलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिख में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुए संघर्ष विराम पर ट्रंप ने जिस तरह दावा किया था कि उसने भारत और पाकिस्तान को बातचीत के लिए मनाया, भारत ने उस दावे का समर्थन नहीं किया। इसके उलट पाकिस्तान ने इस दावे पर कोई आपत्ति नहीं जताई। राजन के मुताबिक भारत ने ट्रंप के बयान पर सहमति नहीं जताई, इसलिए भारत पर 50त्न टैरिफ लगाया गया, जबकि पाकिस्तान ‘साथ खेला’ और उसे केवल 19 प्रतिशत शुल्क झेलना पड़ा। यह वीडियो 4 दिसंबर का बताया जा रहा है, वीडियो के सामने आने के बाद इंटरनेट पर कई यूजर्स ने राजन पर सच तोडऩे-मरोडऩे और भारत को कमजोर दिखाने का आरोप लगाया है। ज्यूरिख में एक कार्यक्रम के दौरान राजन ने कहा कि मुद्दा रूसी तेल नहीं था, यह व्हाइट हाउस में मौजूद कुछ व्यक्तित्वों का मसला था और भारत ने ट्रंप की टिप्पणी को कैसे लिया, इसका असर पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने ट्रंप के दावे को स्वीकार कर उसके पक्ष में बयान दिए, जबकि भारत ने कहा कि संघर्ष विराम बिना अमेरिकी भूमिका के हुआ था। राजन के अनुसार पाकिस्तान ने खेल समझा और ट्रंप को श्रेय दिया, इसलिए उसे 19 प्रतिशत टैरिफ झेलना पड़ा, जबकि भारत को 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया।


















