
रांची, ११ दिसम्बर ।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने आज सुबह करीब 4 बजे दो अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ये छापे हजारीबाग भूमि घोटाला और उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फरार चल रही स्निग्धा सिंह (पत्नी विनय सिंह) की तलाश में मारे गए। एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, यह कार्रवाई जांच में निर्णायक मोड़ है। आने वाले कुछ दिनों में कई और बड़े खुलासे होंगे। स्निग्धा सिंह अभी भी फरार हैं और एसीबी उनकी तलाश में जुटी हुई है। मनी ट्रेल में पूर्व आईएएस विनय चौबे से भी कनेक्शन जुड़ रहा है। एसीबी की तकनीकी सेल ने कई दिनों तक डिजिटल सर्विलांस और लोकेशन ट्रैकिंग के बाद यह कार्रवाई की। हालांकि स्निग्धा सिंह दोनों जगहों से भागने में कामयाब रहीं, लेकिन उनके बेटे सनत सिंह मौके पर मौजूद थे।
हजारीबाग के चर्चित वन भूमि घोटाले की नामजद आरोपित स्निग्धा की तलाश में एसीबी की एक टीम रविवार को लखीसराय भी पहुंची थी। स्निग्धा सिंह नेक्सजेन आटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह की पत्नी हैं और वन भूमि घोटाला केस में एसीबी थाना हजारीबाग में दर्ज नामजद आरोपित हैं। विनय सिंह उक्त केस में गिरफ्तार हैं और वर्तमान में हजारीबाग के जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में बंद हैं। विनय सिंह निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के सहयोगी हैं जिनपर विनय कुमार चौबे के काले धन के निवेश का भी आरोप हैं। एसीबी रांची में दर्ज शराब घोटाला केस में भी निलंबित आइएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के साथ-साथ विनय सिंह भी आरोपित हैं। विनय सिंह के प्रत्येक अपराध में एसीबी ने उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह को भी बराबर का आरोपित माना है।सनत सिंह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने मां के मौजूदा ठिकाने, विनय चौबे-विनय सिंह-स्निग्धा सिंह के आपसी संबंधों और पैसे के लेन-देन के तरीकों की अहम जानकारी दी है। फिलहाल सनत सिंह को गिरफ्तार नहीं किया गया है, सिर्फ पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है। लगातार नोटिस के बावजूद वह एसीबी के सामने उपस्थित नहीं हुईं। इसके बाद एसीबी ने स्निग्धा सिंह का गिरफ्तारी वारंट निकाला है और उनकी तलाश कर रही है।
स्निग्धा सिंह फिलहाल फरार हैं। एसीबी उनसे वन भूमि घोटाला के साथ-साथ शराब घोटाला मामले में भी पूछताछ करना चाह रही है। निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के कार्यकाल में विनय सिंह प्रत्येक अपराध में साथ रहे, इसमें स्निग्धा सिंह भी शामिल रहीं। हजारीबाग में आईएएस विनय कुमार चौबे के उपायुक्त के कार्यकाल में ही वन भूमि का निबंधन व जमाबंदी विनय सिंह व उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह के नाम पर हुआ था। इस मामले में एसीबी ने सबसे पहले आईएएस विनय कुमार चौबे को गिरफ्तार किया। इसके बाद उनके सहयोगी विनय कुमार सिंह, तत्कालीन अंचलाधिकारी शैलेश कुमार आदि की गिरफ्तारी हुई है। मामले में आठ अन्य भी अरेस्ट हैं।


















