
कोरबा। ईसाई समुदाय का आगमन काल रविवार 30 नवंबर से शुरू हो गया है। इस दिन शहर समेत जिले के सभी चर्चों में विशेष प्रार्थना सभा हुई, जहां बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग उपस्थित रहे।
मसीहियों ने प्रार्थना की कि आगमन काल जीवन में नई रोशनी व आशा लेकर आए। चर्च प्रमुखों ने यीशु के दुनिया में आने का मर्म उपस्थित समुदाय के लोगों को समझाया। अपने आपको यीशु के आगमन के लिए तैयार करने को कहा। साथ ही संदेश दिया कि आज हम आगमन के पावन काल में हैं। हम बालक यीशु और उनके आगमन पर मनन कर रहे हैं। यीशु नम्र होकर हमें हमारे पापों से क्षमा दिलाने इस दुनिया में आए थे। हमें अब उनके दूसरे आगमन के लिए खुद को तैयार करना है।मसीही समुदाय के लोग जहां अपने-अपने घर की साफ-सफाई, रंग-रोगन का काम शुरू कर दिए हैं, वहीं चर्चों में भी रंग-रोगन के साथ व्यवस्था दुरुस्त करने का सिलसिला तेज हो गया है। मिशन रोड स्थित मेनोनाइट चर्च, कोसाबाड़ी के रोमन कैथोलिक चर्च, एसईसीएल सुभाष ब्लॉक, निहारिका, पोड़ीबहार, डिंगापुर, जमनीपाली, दर्री, बालकोनगर, कुसमुंडा, बांकीमोंगरा, पाली, कटघोरा, करतला क्षेत्र के चर्चों में क्रिसमस को लेकर प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी हैं।
मसीही समाज में क्रिसमस का काफी महत्व है। खुशी, त्याग और एकता के रूप में मनाए जाने वाले इस पर्व की खुशियां बांटने व क्रिसमस का संदेश देने के लिए नगर सहित पूरे जिले में गड़रिया दल का भ्रमण कार्यक्रम 8 दिसंबर से शुरू हो गया है। टोली में शामिल युवक-युवतियां कैरोल सिंगिंग के साथ प्रभु यीशु के प्रति अपनी आस्था व्यक्त कर अपनों के घर-घर जाकर संदेश देंगे, ताकि हर कोई खुशी के इस पर्व में सहभागी हो सके। साथ ही बीते वर्षों की तरह शहर में जिला स्तरीय रैली निकालने की तैयारी चल रही है।


















