
जांजगीर चांपा। केशरी शिक्षण समिति, खोखरा जांजगीर बी एड महाविद्यालय में भारतीय कला और संस्कृति थीम पर रंगोली प्रतियोगिता का भव्य आयोजन केशरी शिक्षण समिति के संचालन डॉ सुरेश यादव के मार्गदर्शन में हुआ। उन्होंने संदेश दिया कि भारत की पहचान उसकी विविध कला, परंपराएँ और संस्कृति में बसती है। विद्यार्थी जब अपने हाथों से इन्हें रंगों में ढालते हैं, तो वे अपनी जड़ों से और गहरा संबंध महसूस करते हैं। उनके संदेश ने छात्रों में ऊर्जा, उत्साह और देशप्रेम की भावना को प्रबल किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. रेखा तिवारी ने की। उन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह संस्कारों और संस्कृति को संरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी सिखाए। उन्होंने विद्यार्थियों को भारतीय कला-विरासत को सहेजकर आगे बढ़ाने का संदेश दिया।
प्रतियोगिता में बी.एड प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी प्रतिभागियों की रंगोलियाँ अत्यंत सराहनीय रहीं। किसी ने वारली, मधुबनी और गोंड कला के माध्यम से लोककला को जीवंत किया, तो किसी ने भारत की नृत्य-परंपराएँ, त्योहार, धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों को रंगों की बुनावट में सजाया। तिरंगे की शोभा व लोककथाओं के भाव भी अनेक डिजाइनों में दिखाई दिए, जिससे पूरा परिसर भारतीयता के रंग में रंग उठा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती स्वाति कश्यप (प्रभारी), जितेंद्र तिवारी, श्रीमती आशा तिवारी तथा सुश्री राखी पांडेय का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। प्रभारी के रूप में श्रीमती स्वाति कश्यप ने संपूर्ण आयोजन का कुशलतापूर्वक संचालन किया। वहीं अन्य शिक्षकों ने भी कला-संस्कृति के महत्व पर विद्यार्थियों को निरंतर प्रोत्साहित करते हुए उनके उत्साह को बढ़ाया।
निर्णायक मंडल ने उपस्थित रंगोलियों का मौलिकता, रंग-संतुलन और विषय-प्रस्तुति के आधार पर मूल्यांकन किया। प्रत्येक रंगोली भारतीय संस्कृति की गौरवशाली पहचान को दर्शाती एक अद्वितीय कृति थी, जिसने सभी के हृदय को छू लिया।
आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व, सृजनशीलता और सामाजिक सहभागिता के भाव को विकसित करना था। समापन अवसर पर प्राचार्या डॉ. रेखा तिवारी ने विश्वास व्यक्त किया कि युवा पीढ़ी भविष्य में हमारी सांस्कृतिक विरासत को और अधिक चमकदार स्वरूप में विश्व पटल पर स्थापित करेगी।
















