
कोरबा । छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में धान खरीदी की व्यवस्था को पूर्णत: सरल, पारदर्शी और किसान-अनुकूल बनाया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन और मार्गदर्शन में किसानों को टोकन प्राप्त करने से लेकर उपार्जन केंद्र में धान विक्रय तक हर चरण में सहज और सुविधाजनक प्रक्रिया उपलब्ध कराई जा रही है। तकनीक आधारित व्यवस्था और समिति के सहयोग से किसानों को समय पर अवसर मिल रहा है, जिससे अनावश्यक प्रतीक्षा और असुविधा समाप्त हुई है। परिणामस्वरूप आज किसान संतोष और आत्मविश्वास के साथ शासन की व्यवस्थाओं का लाभ ले रहे हैं।इस सुव्यवस्थित प्रणाली का प्रत्यक्ष उदाहरण ग्राम डोंगदरहा के कृषक श्री रामप्रसाद कंवर हैं।
साढ़े चार एकड़ भूमि के कृषक श्री कंवर आज 92 क्विंटल धान लेकर भैंसमा उपार्जन केंद्र पहुंचे। उन्होंने समिति के माध्यम से आसानी से टोकन प्राप्त किया, जिसके कारण निर्धारित समय पर बिना किसी परेशानी के धान विक्रय संभव हो सका। उपार्जन केंद्र पर पहुंचने पर तौल और अन्य औपचारिकताएं सुगमता से पूरी हुईं तथा कर्मचारियों द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया गया।श्री रामप्रसाद कंवर ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने 93 क्विंटल धान का विक्रय किया था। शासन से प्राप्त राशि एवं अंतर की राशि को कृषक उन्नत योजना के अंतर्गत सदुपयोग करते हुए उन्होंने भैंस खरीदी, जिससे दुग्ध उत्पादन के माध्यम से उनकी आय में वृद्धि हुई और परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई। इस वर्ष भी बेहतर व्यवस्था, सर्वाधिक समर्थन मूल्य और समयबद्ध प्रक्रिया के कारण वे पूरी तरह संतुष्ट हैं।
राज्य शासन द्वारा उपार्जन केंद्रों पर किसानों के लिए बैठने, पेयजल, छाया, सुव्यवस्थित तौल और मार्गदर्शन जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे किसानों को सम्मानजनक वातावरण मिल रहा है और धान विक्रय का कार्य बिना किसी बाधा के संपन्न हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में अपनाई गई यह किसान-हितैषी व्यवस्था किसानों को समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ा रही है।अंत में श्री रामप्रसाद कंवर सहित क्षेत्र के किसानों ने मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार की सरल और भरोसेमंद नीतियों से किसान खुशहाल हो रहे हैं तथा भविष्य को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।


















