सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में मानव-हाथी संघर्ष की स्थिति एक बार फिर गंभीर होती जा रही है। रामानुजनगर वन परिक्षेत्र के साल्ही गांव के पास बुधवार रात 11 हाथियों का एक झुंड पहुंच गया। हाथियों ने स्टेट हाईवे पर बीच सड़क पर ही डेरा जमा लिया, जिससे वहां से गुजरने वाले वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। इस दौरान एक ट्रक को हाथियों ने चारों ओर से घेर लिया, जिससे चालक और परिचालक दहशत में आ गए। जानकारी के अनुसार, रात करीब 10 बजे के आसपास ग्रामीणों ने साल्ही गांव के पास स्टेट हाईवे पर हाथियों के दल को देखा। देखते ही देखते 11 हाथियों का पूरा झुंड सड़क पर उतर आया और वहां ट्रक की लाइट देखकर रुक गया। कुछ देर तक हाथी सड़क पर ही घूमते रहे और बीच सड़क पर ही अड्डा जमा लिया। इससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। सूचना मिलते ही रामानुजनगर वन परिक्षेत्र की टीम मौके पर पहुंची और ट्रैफिक रोककर सुरक्षा घेरे का इंतजाम किया। वन विभाग के अधिकारी लगातार हाथियों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
वनकर्मियों ने ट्रक और अन्य वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर हटाया और ड्राइवरों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथियों का यह दल बीते कुछ दिनों से सीमावर्ती जंगलों में घूम रहा था। पहले यह झुंड बलरामपुर जिले की सीमा में देखा गया था और अब सूरजपुर जिले के अंदर प्रवेश कर गया है। माना जा रहा है कि भोजन और पानी की तलाश में यह झुंड गांव की ओर बढ़ा है। वन विभाग ने आसपास के गांवों साल्ही, कोरजा, पथरडीह और अंबाडीह के लोगों को सतर्क किया है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे हाथियों के करीब न जाएं, खेतों में रात के समय अकेले न निकलें और पटाखे या मशालों का उपयोग कर उन्हें भगाने की कोशिश न करें, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। विभागीय सूत्रों ने बताया कि हाथियों के मूवमेंट को ट्रैक किया जा रहा है और दल को जंगल की ओर वापस भेजने के प्रयास जारी हैं। रेंज अधिकारी ने कहा कि हाथियों के झुंड के हाईवे से हटने तक यातायात को अस्थायी रूप से डायवर्ट किया गया है। बता दें कि सूरजपुर और बलरामपुर-रामानुजगंज जिलों में बीते एक महीने से हाथियों की लगातार आमद हो रही है। अब तक कई बार खेतों की फसलों को नुकसान और ग्रामीणों के मकानों के टूटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

 

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