कोरिया चरचा कालरी। नगर पालिका शिवपुर चर्चा क्षेत्र के बहुप्रतीक्षित सूर्य मंदिर का सपना इस वर्ष छठ पर्व के पावन अवसर पर साकार हो गया। गत वर्ष छठ पूजा के अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष अरुण जायसवाल ने सार्वजनिक मंच से वादा किया था कि आगामी छठ पूजा तक सूर्य मंदिर का निर्माण पूर्ण कर श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु प्रारंभ किया जाएगा — और इस वर्ष उन्होंने अपना वादा पूरा कर दिखाया।
रविवार को वैदिक मंत्रोच्चार एवं हवन यज्ञ के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हुआ यह ऐतिहासिक क्षण क्षेत्र वासियों के लिए गर्व और आस्था का अद्भुत संगम साबित हुआ मंदिर परिसर में आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में सैकड़ो श्रद्धालु जन ,नगर पालिका के अधिकारी , कर्मचारी,जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे हवन कार्यक्रम में वशिष्ठ कुमार ओझा मुख्य नगर पालिका अधिकारी शिवपुर चर्चा अरुण जायसवाल अध्यक्ष शिवपुर चर्चा,राजेश सिंह ,सचिन मालिक,पवन विश्वकर्मा, अनिल पासवान,सहित गणमान्य नागरिक शामिल रहे, हवन एवं प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात मंदिर को सार्वजनिक दर्शन के लिए खोल दिया गया विदित हो कि चर्चा एवं आसपास के क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु छठ पर्व पर सूर्य उपासना करते हैं। वर्षों से यहां के भक्तों की यह इच्छा थी कि छठ घाट पर एक भव्य सूर्य मंदिर का निर्माण हो, जिससे श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना हेतु स्थायी स्थल मिल सके।पालिका प्रशासन की सक्रियता और जनभागीदारी से मंदिर का निर्माण कार्य समय पर पूर्ण किया गया।
सूर्य मंदिर निर्माण में यजमान बनने का सौभाग्य पार्षद प्रदीप तिवारी एवं उनकी धर्मपत्नी सीमा तिवारी को प्राप्त हुआ। छठ पूजा के साथ सूर्य मंदिर के शुभारंभ का यह अद्भुत संयोग पूरे क्षेत्र में उत्साह और आस्था का प्रतीक बन गया है स्थानीय श्रद्धालुओं ने कहा कि मंदिर निर्माण से क्षेत्र की धार्मिक आस्था को नया बल मिलेगा तथा यह स्थल अब पूरे संभाग में एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र के रूप में पहचाना जाएगा।नगर के नागरिकों एवं श्रद्धालुओं ने विधायक भइयालाल राजवाड़े और पालिका अध्यक्ष अरुण जायसवाल के इस संकल्प एवं दूरदर्शिता के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि चर्चा की चर्चा को और ऊँचाइयों पर पहुँचाने वाली है। पालिका अध्यक्ष अरुण जायसवाल ने सभी नागरिकों, सहयोगियों, जनप्रतिनिधियों, पालिका प्रशासन ,पुलिस प्रशासन के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह मंदिर केवल ईंट और पत्थरों का नहीं बल्कि श्रद्धा ,विश्वास और जनता के सहयोग का प्रतीक है, आपने जो आशीर्वाद और साथ दिया उसी से संकल्प साकार हुआ, सूर्य मंदिर की स्थापना से क्षेत्र की धार्मिक पहचान और सांस्कृतिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी यह मंदिर आने वाले वर्षों में श्रद्धा पर्यटन और सामूहिक एकता का केंद्र बनेगा।

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