
जैजैपुर। एक तरफ भाजपा सरकार कहती है भ्रष्टचार करने वाले को उल्टा लटकाकर सीधा कर देंगे लेकिन ये भी जुमला ही साबित हो रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी और उनके चहेते ठेकेदार ने फर्जी बिल बनाकर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया है जिसकी शिकायत होने के बाद भी न जांच हो रही है और न ही कोई कार्रवाई हो रही है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों का मनोबल और बढऩे लगा है, जिस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। सरकार ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर अंकुश लगाने में नाकाम है। मामला जांजगीर चांपा एवं सक्ती जिले के जल संसाधन विभाग का है, जहां वित्तीय वर्ष 2023-24 में सक्ती जिले के डभरा ब्लॉक अंतर्गत देवरीपाली जलाशय का साफ सफाई एवं मरम्मत कार्य के नाम पर दो लाख अड़तालीस हजार रुपए, दो लाख सैतालिस हजार रुपए, और दो लाख चौतीस हजार रुपए की राशि निकाल ली गई है।
जबकि मौके पर कोई कार्य नहीं किया गया है। वहीं घटोई जलाशय में मरम्मत एवं साफ सफाई कार्य के नाम पर भी चार लाख निन्यानवे हजार रुपए की राशि आहरण कर कोई कार्य नहीं किया गया है। वहीं पीपरसत्ती एनीकट मरम्मत कार्य के नाम पर दो लाख अड़तालीस हजार रुपए फर्जी बिल बनाकर राशि आहरण कर ली गई है। जिसकी शिकायत के बाद भी न तो जांच हो रही है और न ही कोई कार्रवाई हो रही है।