सीहोर। कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) द्वारा 14 जून को महाराष्ट्र के बीड़ में आयोजित कथा के दौरान भगवान यमराज और भगवान चित्रगुप्त जी के संबंध में की गई कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर कायस्थ समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है।

बयान को लेकर माफी मांगनी पड़ी

प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को फिर अपने बयान को लेकर माफी मांगनी पड़ी है। उन्होंने महाराष्ट्र में 14 जून को प्रवचन के दौरान भगवान चित्रगुप्त को ‘मुछंदर’ कहकर अभद्र टिप्पणी की थी। उस पर पूरे देश में कायस्थ समाज भड़का हुआ था।

पंडित प्रदीप मिश्रा ने पत्रकारों से कही ये बात

मंगलवार को सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में पत्रकारों से बातचीत में पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि महापुराण की कथा महाराष्ट्र में चल रही थी, उसमें यमराज, चित्रगुप्त महाराज और भगवान शिव की भक्ति का प्रसंग चल रहा था। उसी में वह बात निकली थी।

राधा रानी मामले में भी पंडित प्रदीप मिश्रा का काफी विरोध हुआ था

प्रदीप मिश्रा ने आगे कहा कि किसी के हृदय को ठेस पहुंचाना कभी शिव महापुराण नहीं जानती। फिर भी यदि किसी व्यक्ति को या समाज को मेरी वाणी से ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा मांगता हूं। बता दें कि इसके पहले राधा रानी मामले में भी पंडित प्रदीप मिश्रा का काफी विरोध हुआ था और तब भी माफी मांगने को मजबूर होना पड़ा था।