
दुबई २१ जुलाई । ईरान इस सप्ताह ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के साथ तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता कर सकता है। ईरान की अर्ध-आधिकारिक तसनीम समाचार एजेंसी ने रविवार को यह रिपोर्ट जानकारी दी है। यह वार्ता तीनों देशों द्वारा दी गई उन चेतावनियों के बाद होने वाली है कि अगर बातचीत फिर से शुरू नहीं होती है, तो ईरान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध फिर लागू किए जाएंगे। तसनीम ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि बातचीत के सिद्धांत पर सहमति बन गई है, लेकिन वार्ता के समय और स्थान पर परामर्श जारी है। जिस देश में वार्ता अगले सप्ताह हो सकती है, वह अभी तक तय नहीं हुआ है। ई3 ने कहा है कि यदि ईरान और अमेरिका के बीच चल रही परमाणु वार्ता फिर से शुरू नहीं होती है या ठोस परिणाम देने में विफल रहती है, तो वे अगस्त के अंत तक तेहरान पर संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को बहाल कर देंगे।
अराघची ने हाल ही में कहा था कि अगर ईयू/ई-3 कोई भूमिका निभाना चाहते हैं, तो उन्हें जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और धमकी और दबाव की घिसी-पिटी नीतियों को त्यागना चाहिए।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान जो भी नई परमाणु सुविधाएं बनाने का फैसला करेगा, उन्हें नष्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने फिर से कहा कि जून में अमेरिकी हमलों ने तीन परमाणु स्थलों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था। उन्हें पुन: सेवा में लाने में वर्षों लगेंगे।इस बीच, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने के अपने देश के वैध अधिकार को दोहराया है।
वहीं, ट्रंप ने कहा कि वह संयुक्त अरब अमीरात में वर्षों से हिरासत में लिए गए अफगानों की मदद करेंगे। मैं उन्हें बचाने की कोशिश करूंगा, अभी से शुरुआत करूंगा। ट्रंप ने जनवरी में पदभार ग्रहण करने के बाद शरणार्थियों के पुनर्वास को निलंबित कर दिया था। साथ ही अप्रैल में अमेरिका में हजारों अफगानों के लिए अस्थायी निर्वासन सुरक्षा समाप्त कर दी थी।