
वाशिंगटन। अमेरिका ने शुक्रवार को पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा के संगठन टीआरएफ (TRF) को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। टीआरएफ ने 22 अप्रैल के पहलगाम नरसंहार की जिम्मेदारी ली थी। अमेरिकी विदेश विभाग ने टीआरएफ को एक ‘विदेशी आतंकवादी संगठन’ (एफटीओ) और एक विशेष रूप से नामित ‘वैश्विक आतंकवादी’ (एसडीजीटी) घोषित किया।
टीआरएफ लश्कर-ए-तैयबा की आतंकी शाखा
द रेजिस्टेंस फ्रंट को कश्मीर रेजिस्टेंस के नाम से भी जाना जाता है जो लश्कर-ए-तैयबा की शाखा माने जाते हैं। लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी समूह पर भारत और पश्चिमी देशों में हमलों की साजिश रचने का आरोप है, जिसमें नवंबर 2008 में मुंबई पर तीन दिवसीय घातक हमला भी शामिल है। जिसमें कसाब को पकड़ा गया था।
अमेरिकी के विदेश मंत्री ने दिया बयान
रुबियो ने एक बयान में कहा कि वाशिंगटन द्वारा टीआरएफ को “विदेशी आतंकवादी संगठन” और “विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी” घोषित करने से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के “पहलगाम हमले के लिए न्याय की मांग” को बल मिला। बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुआ था भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध
दिल्ली स्थित थिंक टैंक, साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के अनुसार, टीआरएफ को लश्कर-ए-तैयबा का एक अंग माना जाता है। इस आतंकी हमले के बाद परमाणु-सशस्त्र एशियाई पड़ोसी देशों भारत और पाकिस्तान के बीच भीषण युद्ध हुआ, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को तीन दिन में ही घुटनों पर ला दिया था।