सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुक्रवार को 15 हजार की रिश्वत लेते (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) को गिरफ्तार किया है। आरोपी अधिकारी ने अपने ही कर्मचारी से टीए (यात्रा भत्ता) पास करने के बदले में घूस की डिमांड की थी। मामला डभरा थाना क्षेत्र का है।
वहीं, कोरिया जिले में की टीम ने ्रस्ढ्ढ और  (न्यायालय की ओर से नियुक्त विधिक सलाहकार) को 12 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। उन्होंने मोटर व्हीकल एक्ट के मामले में गाड़ी के मालिक से रिश्वत मांगी थी। मामला पटना थाना क्षेत्र का है।
पहला मामला सक्ती जिले के डभरा ब्लॉक है। जानकारी के मुताबिक, बीएमओ डॉ. राजेंद्र कुमार पटेल ने अपने ही कार्यालय में कार्यरत सहायक ग्रेड-2 उमेश कुमार चंद्र से 81 हजार का यात्रा भत्ता (टीए) पास करने के बदले 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
जिसके बाद उमेश ने मामले की शिकायत एसीबी की रायगढ़ यूनिट में की। शिकायत की जांच के बाद टीम ने बीएमओ को ट्रैप किया और दफ्तर में रिश्वत लेते हुए पकड़ा। एसीबी अधिकारियों के अनुसार, आरोपी बीएमओ के पास से रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है। विभाग स्तर पर भी बीएमओ के खिलाफ विभागीय जांच की तैयारी की जा रही है।
दूसरा मामला कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, पटना थाने में पदस्थ  पोलीकार्प टोप्पो और क्करुङ्क (न्यायालय की ओर से नियुक्त विधिक सलाहकार) राजू ने मोटर व्हीकल एक्ट के मामले में सोरगा के रहने वाले वाहन मालिक से 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
बाद में उनके बीच सौदा 12 हजार में तय हुआ। लंबे समय से मामले को लेकर परेशान वाहन मालिक ने इसकी शिकायत सरगुजा ्रष्टक्च से की थी। रिश्वत मांगने की पुष्टि होने पर सरगुजा की टीम शुक्रवार (17) को पटना पहुंची।
टीम ने केमिकल लगे 12 हजार रुपए के नोट देकर शिकायतकर्ता को थाने में भेजा। उसने रिश्वत देने के बाद इशारा किया तो ्रष्टक्च के टीआई शरद सिंह की टीम ने थाने में पहुंचकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से रिश्वत की रकम बरामद की गई है।
्रष्टक्च की टीम ने दोनों को हिरासत में लिया। आगे की कार्रवाई के लिए बैकुंठपुर रेस्ट हाउस लेकर पहुंची है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।