आवागमन को बेहतर बनाने ट्रैफिक पुलिस की टीम कर रही काम
कोरबा। ट्रैफिक पुलिस के द्वारा आवागमन को बेहतर बनाए रखने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है उसने विभिन्न मार्गों पर अभियान चलते हुए दुपहिया और चार पहिया के बाद अब हैवी व्हीकल को लॉक करना शुरू किया है। इसके साथ संदेश दिया जा रहा है कि कहीं पर भी मनमानी पार्किंग बिल्कुल नहीं चलेगी। व्यस्त मार्गों पर मनमाने तरीके से गाडिय़ों को पार्क करने से न केवल समस्या हो रही है बल्कि दुर्घटना का अंदेशा भी बना रहता है। पहले भी कई बार इस प्रकार के मामले सामने आ चुके हैं और लोगों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। इसलिए ट्रैफिक प्रभारी रविंद्र मीणा के निर्देशन में पुलिस की ओर से कैंपेनिंग और एक्शन दोनों किया जा रहा है। बताया गया कि जिन मार्गों पर आवागमन बहुत ज्यादा है और ऐसे ही इलाकों में गाडिय़ों को कहीं भी खड़ा कर दिया जा रहा है, ऐसे प्रकरणों को गंभीरता से लेने के साथ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की टीम ने कई मार्गों पर हैवी व्हीकल को मनमाने ढंग से पार्क करने को लापरवाही माना और नियमों के अंतर्गत उनमें लॉक कर दिया। बताया गया कि लगातार इस प्रकार की कार्रवाई ट्रैफिक पुलिस कोरबा क्षेत्र में करती रहेगी क्योंकि आवागमन को सुव्सवस्थित और जीरो एक्सीडेंटल बनाना उसका लक्ष्य है। पुलिस की ओर से इस कार्रवाई को असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर रामनारायण राट्रे, ईश्वरी लहरे, मनोज राठौर, हेड कांस्टेबल संतोष सिंह, कुमारी नीतू श्रीवास्तव, सुभाष, आशीष, पवन, लखन, मेहमान कुर्रे, राम पाटिल, जितेश, लीलाधर चंद्र और अरुण दिलेश्वर ने पूरा किया। बताया गया कि ट्रैफिक इंचार्ज आईपीएस रविंद्र मीणा के मार्गदर्शन में इस अभियान को संचालित किया जा रहा है। इसी के तहत पुलिस की टीम ने कार्रवाई की।
एक्स्ट्रा मोडिफिकेशन पर भी कार्रवाई
यहां बताना आवश्यक होगा कि ट्रैफिक पुलिस की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई के दौरान अब तक बड़ी संख्या में बुलेट चालक पकड़े गए जिनकी गाडिय़ों में परिवर्तित साइलेंसर लगाया गया था और इसके जरिए रास्ते पर चलने वाले लोगों समेत अन्य वाहन चालकों की परेशानी बढ़ाई जा रही थी। बुलेट के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज ध्वनि प्रदूषण का कारण भी बन रही है। इससे उत्पन्न खतरों को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने अभियान चलाया है और ऐसे प्रकरणों में मोटर व्हीकल एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत चालकों के खिलाफ पेनल्टी की गई। मौके पर ही उनकी गाडिय़ों से ऐसे मॉडिफाई साइलेंसर निकलवाने के साथ जप्त कर लिए गए। साफ तौर पर कहां गया है कि दुपहिया कंपनी निर्माण की प्रक्रिया में जो स्टैंडर्ड साइलेंसर उपलब्ध करा रही हैं उसे ही रहने दे और उसका ही उपयोग करना है। किसी भी चालक के द्वारा अगर मनमानी की जाती है तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी और आने वाले दिनों में जानकारी लेने के साथ उनके खिलाफ भी एक्शन होगा जो इस प्रकार के मॉडिफाई साइलेंसर रखने के साथ स्टेबल कर रहे हैं।