भुवनेश्वर, १३ मार्च ।
भारत ने रक्षा क्षेत्र में अपनी स्वदेशीASTRA मिसाइल के नए वेरिएंट का सफल परीक्षण कर लिया है। यह मिसाइल परीक्षण एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने किया है। लड़ाकू विमान तेज से एलसीए एएफ एमके1 प्रोटोटाइप स्वदेशी अस्त्र बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (बीवीआरएएएम) दागकर परीक्षण किया गया। जो कि सफल रहा है। जानकारी के अनुसार, यह परीक्षण 12 मार्च को ओडिशा के चांदीपुर तट पर किया गया। परीक्षण के दौरान फायरिंग होने पर मिसाइल ने उड़ते हुए लक्ष्य पर सीधे प्रहार किया। इस प्रहार से लक्ष्य को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।इतना ही नहीं, सभी उप-प्रणालियों ने सटीक प्रदर्शन भी किया। इसने मिशन के सभी मापदंडों और उद्देश्यों को पूरा किया।डीआरडीओ की ओर से डिजाइन और विकसित अस्त्र मिसाइल 100 किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। यह मिसाइल उन्नत गाइडेंस (मार्गदर्शन) और नेविगेशन क्षमताओं से लैस है, जिससे यह बेहद सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को नष्ट कर सकती है। इस मिसाइल को पहले ही भारतीय वायु सेना (आईएएफ) में शामिल किया जा चुका है।
आज इसके नए वेरिएंट का परीक्षण किया गया है। रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, एलसीए एएफ एमके1ए को वायुसेना को दिए जाने के बाद इसके नए संस्करण का यह सफल परीक्षण इस विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। रक्षा मंत्रालय के बयान में यह भी कहा गया है कि यह सफलता एडीए, डीआरडीओ, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और तकनीशियनों की एकीकृत टीम की कड़ी मेहनत का परिणाम है।
इसके साथ ही सीईएमआईएलएसी, डीजी-एक्यूए, आईएएफ और टेस्ट रेंज टीम के सहयोग का भी परिणाम है। बयान में यह भी कहा गया है कि इस मिसाइल के बेहतर प्रदर्शन को परखने (मूल्यांकन) के लिए आगे और भी परीक्षण करने की योजना बनाई गई है।केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ, आईएएफ, एडीए, एचएएल और परीक्षण में शामिल सभी टीमों को बधाई दी है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने विभिन्न संगठनों और वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और तकनीशियनों के प्रयासों की सराहना की है।