
गांधीनगर: पाकिस्तान से ड्रग्स की तस्करी की एक बड़ी साजिश को गुजरात एटीएस और भारतीय कोस्ट गार्ड ने संयुक्त ऑपरेशन में नाकाम कर दिया। भारतीय सुरक्षा बलों को देखकर पाकिस्तानी तस्कर 311 किलोग्राम ड्रग्स समुद्र में फेंककर भाग गए, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1,800 करोड़ रुपए आंकी गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस सफल अभियान की सराहना की है। यह कार्रवाई 12 और 13 अप्रैल की रात को समुद्र में की गई। गुजरात एटीएस को खुफिया सूचना मिली थी कि पाकिस्तान का ड्रग्स सप्लायर फिदा तमिलनाडु की एक नौका को 400 किलोग्राम ड्रग्स सौंपने वाला है।
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी के अनुसार, इंस्पेक्टर जे.एम. पटेल को इस सौदे की जानकारी मिली थी। इसके बाद गुजरात एटीएस की टीम को कोस्ट गार्ड के साथ ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया। एटीएस के इंस्पेक्टर वी.एन. भरवाड़ और सब-इंस्पेक्टर भूपेंद्र वाघेला को कोस्ट गार्ड की टीम के साथ समुद्र में भेजा गया। पाकिस्तानी नाव रडार पर देखते ही भारतीय कोस्ट गार्ड का जहाज उसके पास पहुंचा। कोस्ट गार्ड को देखकर तस्कर नाव से ड्रग्स समुद्र में फेंककर पाकिस्तानी सीमा की ओर भाग गए।
उन्होंने बताया कि रंगे हाथ पकड़े जाने से बचने के लिए और खुद को निर्दोष साबित करने के लिए तस्कर नाव से ड्रग्स को समुद्र में फेंकने की रणनीति अपनाते हैं। यह घटना अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा (आईएमबीएल) के बेहद नजदीक हुई, जिससे पाकिस्तानी नाव आसानी से अपनी सीमा में दाखिल हो गई। हालांकि, एटीएस और कोस्ट गार्ड की टीमों ने समुद्र से 311 पैकेट ड्रग्स बरामद किए। जांच में सामने आया कि इन पैकेट्स में मेथामफेटामाइन नामक ड्रग्स थी, जो नशीली दवाओं की श्रेणी में आती है। पिछले साल भी एक मामले में फिदा का नाम सामने आया था, जिसमें 173 किलोग्राम ड्रग्स की तस्करी की गई थी। इस मामले में भी फिदा मुख्य आरोपी था।