बेरूत, २८ अप्रैल ।
इजरायली जेट विमानों ने रविवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर हमला बोला। नवंबर के अंत में युद्धविराम लागू होने के बाद से क्षेत्र पर यह तीसरा इजरायली हमला है। हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। इजरायली सेना ने हमले से पहले जारी चेतावनी में कहा कि वह हदथ क्षेत्र में हिजबुल्ला के ठिकानों को निशाना बनाने जा रही है। निवासियों से हमले से पहले उस ठिकाने से कम से कम 300 मीटर दूर जाने का आग्रह किया गया। अल जमूस के पास हमले से पहले लेबनानी राजधानी के कुछ हिस्सों में लड़ाकू विमानों की आवाज सुनी गई।युद्धविराम से पहले इजरायली ड्रोन और लड़ाकू जेट नियमित रूप से दक्षिणी उपनगरों पर हमला करते थे। यहां हिजबुल्ला का व्यापक प्रभाव और समर्थन है। इजरायल उस क्षेत्र को उग्रवादी गढ़ के रूप में देखता है, जहां उसने प्रमुख हसन नसरल्ला सहित हिजबुल्ला के कई शीर्ष नेताओं की हत्या की है और समूह पर वहां हथियार जमा करने का आरोप लगाता रहा है।इजरायल का हमला जारी रहने के बीच गाजा पट्टी के अस्पतालों में पिछले 24 घंटों में 51 फलस्तीनियों के शव लाए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि इसी के साथ ही पिछले डेढ़ साल से चल रहे इजराइल-हमास युद्ध में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 52,243 हो गई है।इजरायल ने 18 मार्च को अचानक बमबारी करके हमास के साथ अपने युद्ध विराम को समाप्त कर दिया और तब से वह प्रतिदिन हमला कर रहा है। उधर, सशस्त्र सैन्यबलों ने एक बफर जोन का विस्तार किया है और दक्षिणी शहर रफाह को घेर लिया है और अब लगभग 50 प्रतिशत क्षेत्र पर उनका नियंत्रण है।इजरायली अधिकारियों का कहना है कि नए सिरे से आक्रामक कार्रवाई और कड़ी नाकाबंदी का उद्देश्य हमास पर सात अक्टूबर, 2023 को हमले के दौरान अगवा कर बंधक बना लिए गए लोगों को रिहा करने के लिए दबाव डालना है, जिसके कारण युद्ध शुरू हुआ था।