आगरा 11 अगस्त। एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती बंदी की सुरक्षा में तैनात दोनों बंदीरक्षक बार्ड में बेड खाली पाकर उस पर सो गए। रात में मौके का फायदा उठाकर बंदी हाथ से हथकड़ी निकालकर फरार हो गए। जानकारी होने पर कासगंज जेल प्रशासन में हडक़ंप मच गया।एमएम गेट थाने में ड्यूटी पर तैनात दो बंदीरक्षकों व बंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। कासगंज जेल अधीक्षक ने दोनों बंदीरक्षकों को निलंबित कर दिया है। कासगंज के साथ ही आगरा पुलिस बंदी की तलाश में जुटी हुई है। आरोपित के खिलाफ आगरा में भी साइबर ठगी का एक मामला दर्ज है। साइबर ठगी के मामले में कासगंज पुलिस ने 15 जुलाई को मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहने वाले 25 वर्षीय आरोपित संकेत यादव को गिरफ्तार किया था। न्यायालय से उसे जेल भेज दिया गया था। पेट दर्द और उल्टी होने की शिकायत पर कासगंज जेल प्रशासन ने बंदी को एसएन मेडिकल कॉलेज मे मेडिसिन बार्ड में भर्ती कराया था। जानकारी के अनुसार रात में बंदी के बेड के पड़ोस में पड़ा बेट खाली था। इस पर बंदीरक्षक (जेल वार्डन) अजीत पांडेय व जयंत कुमार कल रात सो गए। रात करीब दो बजे बंदी संकेत यादव हाथ में लगी हथकड़ी निकालकर फरार हो गया। बंदीरक्षकों की आंख खुली तब उन्हें बंदी के भागने की जानकारी हुई। बंदीरक्षकों ने मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस के साथ ही कासगंज जेल प्रशासन को दी। जानकारी मिलने पर कासगंज जिला कारागार के डिप्टी जेलर उमेश चंद्र शर्मा आगरा पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
डिप्टी जेलर ने बंदीरक्षक अजीत पांडेय, जयंत कुमार के खिलाफ ड्यूटी में लापरवाही बरतने व फरार हुए बंदी के खिलाफ एमएम गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।कासगंज जिला कारागार के जेल अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोपित दोनों बंदीरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। बंदी के फरार होने की सूचना आसपास के जिलों में पुलिस प्रशासन को दी गई है। बंदी गंभीर बीमारियों से ग्रसित है। इसी के चलते उसे इलाज के लिए आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया थ।एसएन मेडिकल कॉलेज से भागे बंदी की तलाश में आगरा पुलिस जुटी हुई है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक कर रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज में बंदी पैदल भागते हुए नजर आ रहा है। पुलिस शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज तलाश रही है।