विवेकानंद सेवा सदन में दी गई श्रद्धाजंलि
कोरबा। रविवार को सायं 4:30 बजे सरस्वती शिशु मंदिर बुधवारी कोरबा में , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मूलत: स्वयंसेवक,पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता स्वर्गीय श्रद्धेय बनवारी लाल अग्रवाल जी के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था। जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित संघ से प्रेरित सभी विविध संगठनों के बंधु सैंकड़ो की संख्या में उपस्थित होकर अपने-अपने संगठन की ओर से विचार व्यक्त किये एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस श्रद्धांजलि सभा में कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, लखनलाल देवांगन जी, कोरबा नगर की प्रथम नागरिक महापौर श्रीमती संजू राजपूत, गौमुखी सेवा धाम के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल,भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल मोदी, शिशु मंदिर (विद्या भारती) के व्यवस्थापक जोगेश लांबा, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल, हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष आशीष सिंह, संस्कार भारती के जिलाध्यक्ष रामेश्वरधर दीवान, सेवा भारती के जिलाध्यक्ष डॉ विशाल उपाध्याय, अशोक तिवारी, सत्येन्द्र दुबे एवं किशोर बुटोलिया ने उनके संस्मरण को साझा करते हुए उनके विचारों और कार्यों से प्रेरणा लेकर कार्य करने का आग्रह किया और अपने -अपने संगठन की ओर से श्रद्धासुमन अर्पित किए।सह विभाग संघचालक किशोर बुटोलिया ने बताया कि, श्रद्धेय बनवारीलाल जी अपने कार्यकाल में अपने जीवन का अमूल्य तीन वर्ष संघ के प्रचारक और जनसंघ के संस्थापक रहे श्रद्धेय नानाजी देशमुख के ग्राम विकास के प्रकल्प, उत्तर प्रदेश के गोंडा में सपत्नीक पुर्ण कालिक के रूप में अपने जीवन का अमूल्य तीन वर्ष दिया। साडा के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए छोटे से बजट में कोरबा के झुग्गि बस्तियों में पहली बार बिजली, सडक़ और पानी पहुंचाया। नगर के नवनिर्मित कालोनीयों को और नया बस स्टैंड, सामुदायिक भवनों को महापुरुषों के नाम पर स्थापित किया। संघ से प्रेरित सभी विविध संगठन , वनवासी कल्याण आश्रम, गौमुखी सेवा धाम, शिशु मंदिर, भारतीय मजदूर संगठन आदि को यथासंभव संसाधन उपलब्ध करवाकर आगे बढ़ाने पर जोर दिया। भाजपा का कार्यालय भी उनके परिश्रम का ही परिणाम है। कार्यकर्ताओं को सदैव पार्टी, संघ के अनुकूल आचरण करने अनुशासन का पाठ पढ़ाया।
केबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन जी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में मेरे उपर जब विपत्ति आई और मुझे आधी रात को पुलिस द्वारा पकड़वा कर झूठे केस में थाने ले आये तब बनवारी भैया आचार संहिता लागू रहने के बावजूद रामपुर थाने में पूरी रात धरना प्रदर्शन कर मुझे छुड़वाया। ऐसे कार्यकर्ताओं के लिए अपने आप को झोंक देने वाले नेता विरले ही होते हैं। विभाग संघचालक सत्येन्द्र नाथ दुबे ने बताया कि राजनीति में सुचिता, पवित्रता और निष्ठावान पुर्वक कैसे काम किया जा सकता है ये उनसे सिखना चाहिए। महापौर संजू राजपूत ने बताया कि मुझे वे कहा करते थे कि राजनीति में आना है तो समाज और पार्टी के लिए सतत काम करना पड़ता है। तभी से मैंने भी ठान लिया कि समाज और पार्टी के लिए सदैव काम करते रहूंगी। चाहे मुझे पार्टी से कुछ मिले या न मिले। आज उनके ही प्रेरणा से कार्य करते रहने के कारण आज मैं महापौर हूं और जनता ने मुझे सेवा का अवसर दिया है।