
कोरबा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी युगल किशोर दुबे ने कहा कि व्यक्ति परिवार और समाज से भी उपर राष्ट्र के अग्रणी होने की भावना हर किसी को अलग पहचान देती है और उसके राष्ट्रीय कर्तव्यों का पोषण भी करती है। कई विकसित देशों की पृष्ठभूमि में इन भावना ने बड़ा योगदान दिया है।
आरएसएस करतला खंड के अंतर्गत उरगा मंडल में आयोजित विजियादशमी उत्सव में मुख्य वक्ता के रूप में युगल किशोर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि संघ ने अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे किये हैं। वर्ष 1925 में 7-8 युवाओं का साथ लेकर इस संघ की स्थापना बलीराम केशव हेडगेवार ने की थी। इतने वर्षों में कई प्रकार के उतार चढ़ाव देखने के बाद यह संगठन न केवल भारत बल्कि 100 देशों तक पहुंच गया। अनुशासन, सेवा, समर्पण और देश के सरोकारों में अपने आपको आगे रखने की भावना ने संघ को पहचान दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस तरह की चुनौतियां है इसे देखते हुए हर किसी को अपनी भूमिका निभाने की मानसिकता बनानी होगी। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि रविंद्र मंगत ने भी संबोधित किया। उन्होंने संगठन की ओर से किये जा रहे कार्यों का जिक्र किया और उम्मीद जतायी कि आगामी वर्षों में इसका बड़ा रूप हर क्षेत्र में नजर आएगा। कार्यक्रम में काफी संख्या में स्वयंसेवक और ग्रामीण उपस्थित रहे।