
भागलपुर। पुलिस केंद्र की परिवहन शाखा में तत्कालीन सार्जेंट और परिवहन शाखा प्रभारी अभिषेक कुमार के जाली दस्तखत से लाखों रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है। यह गड़बड़ी तब उजागर हुई जब अभिषेक कुमार को इस मामले की जानकारी मिली। 28 नवंबर 2023 को वह पुलिस केंद्र के रक्षित डीएसपी संजीव कुमार के आवास पर गए थे, जहां से लौटने के बाद उनका शव रहस्यमय परिस्थितियों में फंदे पर लटकता मिला। डीजीपी विनय कुमार के निर्देश पर आर्थिक अपराध थाना, पटना में दर्ज मामले की जांच तेज हो गई है। इस मामले में परिवहन शाखा में तैनात सिपाही अर्जुन कुमार बिंद और उसके सहयोगी सरकारी वाहनों के चालक, तत्कालीन अवर निरीक्षक मुकेश कुमार, संजय कुमार और अन्य पदाधिकारियों को आरोपित बनाया गया है। जांच में कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं, जिससे इन सभी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की संभावना है।आर्थिक अपराध शाखा की जांच में यह भी सामने आया है कि अभिषेक कुमार की अनुपस्थिति में वाहनों के मरम्मत और ईंधन कूपन में अर्जुन कुमार बिंद और अन्य पदाधिकारियों ने अनियमितता बरती थी।