
मध्यप्रदेश:भोपाल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल कलाम पिछले 25 साल से नेहा किन्नर के नाम से अपनी असली पहचान छिपाकर शहर में रह रहा था। उसने न सिर्फ अपना नाम और पहचान बदली, बल्कि फर्जी दस्तावेजों की मदद से खुद को भारतीय नागरिक दिखाने की कोशिश की।
*अब्दुल की कहानी*
– अब्दुल कलाम 17 साल की उम्र में अवैध तरीके से भारत आया था और तब से अब तक किन्नर नेहा की पहचान के साथ रह रहा था।
– वह लगभग 20 साल मुंबई में रहा और फिर भोपाल आकर बस गया।
– अब्दुल ने नेहा नाम से आधार कार्ड, वोटर आईडी और यहां तक कि पासपोर्ट सहित कई इंडियन डॉक्यूमेंट भी फर्जी बनाए।
– उसने अपने फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके बांग्लादेश आने-जाने के लिए भी किया.
पुलिस की कार्रवाई
– भोपाल पुलिस ने एक मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर अब्दुल को गिरफ्तार किया।
– पुलिस अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि उसने ये दस्तावेज कैसे बनवाए और क्या इसमें कोई बड़ा आपराधिक गिरोह शामिल है।
– अब्दुल के फोन, कॉल रिकॉर्ड, सोशल मीडिया और चैट की भी बारीकी से जांच की जा रही है