शिक्षा विभाग राजस्थान में देर रात आदेश, सुबह होते ही स्थगित, शौर्य दिवस को लेकर बड़ा ड्रामा

जयपुर। राजस्थान के शिक्षा विभाग में शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक अप्रत्याशित प्रशासनिक हलचल देखने को मिली। बाबरी विध्वंस दिवस यानी 6 दिसंबर को शौर्य दिवस के रूप में मनाने का आदेश रात 9:37 बजे जारी किया गया था, लेकिन रविवार सुबह 9:15 बजे अचानक इस आदेश को स्थगित कर दिया गया। विभागीय ग्रुपों से इस संबंध में भेजे गए सभी संदेश डिलीट कर दिए गए और स्पष्ट निर्देश दिया गया कि इस आदेश से संबंधित कोई भी समाचार प्रकाशित नहीं किया जाए। आदेश स्थगन के कारण के रूप में “निजी कारणों” का हवाला दिया गया। शनिवार देर रात जारी आदेश में शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीताराम जाट ने सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को 6 दिसंबर को “शौर्य दिवस” मनाने के निर्देश दिए थे। आदेश में विद्यालयों में भगवान राम और राम मंदिर आंदोलन पर भाषण व निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला व पोस्टर निर्माण, देशभक्ति गीत व लोकनृत्य, पौराणिक घटनाओं पर लघु नाटिका, राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी प्रदर्शनी, शौर्य यात्रा या जागरूकता मार्च, भगवान राम की आरती व विशेष प्रार्थना सभा, सूर्य नमस्कार और योगाभ्यास जैसी गतिविधियाँ आयोजित करने को कहा गया था। आदेश में उल्लेख किया गया था कि इन गतिविधियों से विद्यार्थियों में देशभक्ति, वीरता, सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा मिलेगा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी कहा था कि राम मंदिर आंदोलन भारतीय संस्कृति का गौरव है और इससे विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी।

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