
कोरबा। छत्तीसगढ़ बीजेपी ने अनुशासनहीनता के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कोरबा में नूतन सिंह ठाकुर पार्टी के सभापति के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे। और उन्हें जीत मिली थी।
बता दें, कोरबा नगर निगम में बीजेपी को बम्फर बहुमत मिला है। वहां पार्टी का मेयर निर्वाचित हुआ है। इसके बाद सभापति चुनाव के लिए पार्टी ने हितानंद अग्रवाल को अधिकृत प्रत्याशी बनाया था।
हितानंद अग्रवाल को डिप्टी सीएम अरुण साव के करीबी और कट्टर समर्थक माना जाता है। इसको लेकर कोरबा के बीजेपी नेता लामबंद हो गए थे, और उन्होंने मिलकर बीजेपी पार्षद नूतन सिंह ठाकुर को निर्दलीय चुनाव लड़ा दिया और सूत्रों का कहना है कि बागी प्रत्याशी को जीताया भी गया। नूतन को 33 वोट मिले।
सूत्रों की माने तो बीजेपी के कई पार्षदों पर भी कार्रवाई जांच उपरांत हो सकती हैं और कुछ स्थानीय बड़े नेताओं को भी सबक सिखाया जा सकता है। दर असल यह मामला छत्तीसगढ़ बीजेपी मुख्यालय तक ही नहीं बल्कि दिल्ली में चर्चा में आ गया था। सूत्र तो यह भी बताते है की भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने प्रदेश के नेताओं तक को मामले में गंभीरता दिखाने और एक्शन
लेने की बात कही है।बता दे की भाजपा के अधिकांश पार्षद यह चाहते थे पार्टी उनकी पसंद के अनुरूप सभापति प्रत्याशी बनाए , जब बात नहीं बनी तो पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ वोट दिया ओर बीजेपी के बागी उम्मीदवार को जीता दिया।
नूतन सिंह की जीत को उद्योग मंत्री लखनलाल ने बीजेपी की जीत बताते हुए उन्हें बधाई दी थी। लखनलाल का बयान था… नूतन बीजेपी की टिकिट से पार्षद चुनाव लड़े और जीते। उन्हें बीजेपी के पार्षदों ने वोट देकर सभापति बनाया है।
मगर पार्टी ने इसे घोर अनुशासनहीनता करार देते हुए सभापति नूतन सिंह ठाकुर को बीजेपी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी की ये बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। पार्टी ने इसके जरिये बड़ा संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी लाईन से उपर कोई नहीं है।