
आगरा, 0२ जुलाई ।
ताजमहल की पश्चिमी गेट पार्किंग के पास यलो जोन के बैरियर से लौटाए जाने पर सुबह हवाई फायरिंग कर सनसनी फैलाने वाले आजमगढ़ के भाजपा नेता और एलआईसी एजेंट पंकज कुमार सिंह को पुलिस ने जेल भेज दिया। फायरिंग कर पुलिस को चकमा देकर किराए की दूसरी कार से भागे आरोपित को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर आगरा पुलिस को सौंपा था। उसके पास से इस्तेमाल की गई लाइसेंसी रिवाल्वर और तीन कारतूस के खोखे भी पुलिस ने बरामद किए हैं। पूछताछ में उसने बताया कि उसका मन किया, इसलिए फायरिंग की थी। वहीं हिरासत में लिए गए दो कार चालकों में से एक को पुलिस ने प्रारंभिक जांच में क्लीनचिट दे दी है। मथुरा से कार लेकर आए चालक को पुलिस ने गाली-गलौज का आरोपित बनाया है।
ताजमहल की पश्चिमी गेट पार्किंग के पास सोमवार सुबह 9.15 बजे मथुरा नंबर की अर्टिगा कार से पहुंचे आजमगढ़ के बलरामपुर निवासी पंकज कुमार सिंह ने खुद को भारत सरकार का अधिकारी बताकर ताजमहल गेट तक गाड़ी पहुंचाने को कहा । पुलिस के वहां से लौटाने पर पंकज ने लाइसेंसी रिवाल्वर से तीन हवाई फायर कर सनसनी फैला दी थी। आरोपित पंकज रामबाग से दूसरी कार लेकर निकल गया था। सीसीटीवी फुटेज से मिली कार की तस्वीर के सहारे वृंदावन के चालक तक पहुंची आगरा पुलिस ने लखनऊ पुलिस की मदद से सात घंटे में ही उसे मानक नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। देर रात पुलिस टीम उसे लखनऊ से लेकर यहां पहुंची।पंकज आजमगढ़ में भाजपा में जिला उपाध्यक्ष रहा है और अन्य पदों पर भी रहा है।डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि इस मामले में ताज सुरक्षा में तैनात सब इंस्पेक्टर राजन सिंह की ओर से हवाई फायरिंग व गाली गलौज की धारा में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मुकदमे में पंकज सिंह का नाम प्रकाश में आ गया। सोमवार रात को लखनऊ से लाने के बाद उससे पूछताछ की गई तो उसने फायरिंग की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई। उसका कहना था कि मन किया इसलिए फायरिंग कर दी थी। उससे कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बनी रिवाल्वर और तीन कारतूस के खोखे बरामद कर लिए।पुलिस ने मेडिकल के बाद मंगलवार दोपहर साढ़े तीन बजे स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया। वृंदावन से वह जिस अर्टिगा कार से ताजमहल पहुंचा था उसके चालक मथुरा के देवपुरा निवासी नंदलाल को गाली गलौज का आरोपित माना है और लखनऊ में पकड़े गए दूसरे चालक योगेश चौहान का प्रारंभिक जांच में उनका कोई दोष नहीं पाया गया है। आरोपित के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण को रिपोर्ट आजमगढ़ भेजी जा रही है। पंकज आजमगढ़ से दो दिन पूर्व परिवार के साथ वृंदावन में पहुंचा था। सोमवार को पत्नी और बच्चों को वृंदावन में ही छोडक़र वह किराए की कार से आगरा आ गया। शाम को वृंदावन से पंकज की पत्नी और भाई थाना ताजगंज पहुंच गए। उन्होंने उसे मानसिक रोगी बताया। 2003 में लखनऊ में नूर मंजिल साइक्याट्रिक अस्पताल में उपचार के पर्चे भी दिखाए। पुलिस का कहना है कि वर्तमान में उपचार के कोई कागज नहीं दिखा सके।