
जयपुर। राजस्थान में सत्तारूढ़ भाजपा ने रविवार को अपने पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। उन्होंने टीकाराम जूली के मंदिर दर्शन के बाद गंगाचल छिडक़ा था जिसको उन्होंने मंदिर शुद्धिकरण कहा था।पार्टी के एक आदेश में कहा गया है कि भाजपा की अनुशासन समिति द्वारा जांच के बाद आहूजा के खिलाफ कार्रवाई की गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर ने अनुशासनहीनता के लिए आहूजा की पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने के आदेश दिए हैं। इस महीने की शुरुआत में आहूजा ने तब विवाद खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने अलवर में राम मंदिर में कांग्रेस नेता टीकाराम जूली के वहां एक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के बाद मंदिर को शुद्धिकरण करने के लिए गंगा जल छिडक़ा था। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आहूजा के कृत्य को एक दलित का अपमान करार दिया था। इससे पहले रविवार को आहूजा भाजपा की अनुशासन समिति के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए पेश हुए थे।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने दलित विरोधी कोई काम नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के दुष्प्रचार में फंसकर भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल कर गलती की है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े समेत वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं पर मानहानि का आरोप लगाया और कहा कि वह इस मामले में केस दर्ज कराएंगे।मंदिर शुद्धिकरण के बाद आहूजा ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं को ऐसे समारोहों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि पार्टी नेतृत्व ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था और पिछले साल अयोध्या में पवित्र भूमि पूजन समारोह का बहिष्कार किया था।