
नई दिल्ली। 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी गई है और इस रिपोर्ट के मुताबिक, उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजन हवा में बंद हो गए थे, जिसके बाद यह बड़ा हादसा हुआ। वहीं, रिपोर्ट से पहले इस बात को लेकर संदेह जताया जा रहा था, अब रिपोर्ट आने के बाद इस बात की पुष्टि हो गई है। महत्वपूर्ण बात यह है कि कॉकपिट की वॉयस रिकॉर्डिंग में, एक पायलट को यह पूछते हुए सुना जा सकता है, आपने कटऑफ क्यों किया। और दूसरे पायलट का जवाब है, मैंने नहीं किया। तथ्य यह है कि स्विच ÒCUTOFF’ मोड कैसे चले गए, जिससे इंजनों में ईंधन की कमी हो गई और हादसा हो गया। यही आगे की जांच का मुख्य केंद्र बिंदु होने की उम्मीद है। बड़ी बात यह है कि क्या पायलट ने इंजन को बंद करने का निर्णय जानबूझकर लिया था या यह सब अनजाने में हुआ था। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की अपनी जांच पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोग मारे गए थे और केवल एक ही बच पाया था। 12 जून को, ्रढ्ढ171 विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक के लिए रवाना हुआ, लेकिन विमान – बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर – उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें एक यात्री को छोडक़र सभी की मौत हो गई। विमान हवाई अड्डे के पास एक इमारत से टकराया और इस दुर्घटना में कुल 260 लोगों की मौत हो गई, जो हाल के इतिहास में भारत के सबसे घातक विमान हादसों में से एक था। कॉकपिट ऑडियो से पुष्टि होती है कि एक पायलट ने पूछा, आपने क्यों बंद कर दिया।दूसरे ने जवाब दिया, मैंने नहीं किया।जब इंजनों की शक्ति कम हुई, तो आपातकालीन हाइड्रोलिक शक्ति प्रदान करने के लिए रैम एयर टर्बाइन – एक छोटा प्रोपेलर जैसा उपकरण – स्वचालित रूप से चालू हो गया। हृ1 या इंजन 1 आंशिक रूप से ठीक हो गया, लेकिन इंजन 2 टक्कर से पहले ठीक नहीं हो पाया। विमान केवल 32 सेकंड के लिए हवा में था- रनवे से 0.9 नॉटिकल मील दूर एक हॉस्टल में जा गिरा।
थ्रस्ट लीवर निष्क्रिय अवस्था में पाए गए, लेकिन ब्लैक बॉक्स दिखाता है कि टेकऑफ थ्रस्ट अभी भी लगा हुआ था, जो डिस्कनेक्ट/विफलता का संकेत देता है। ईंधन परीक्षण में साफ पाया गया, और ईंधन भरने वाले स्रोतों से कोई संदूषण नहीं था। संदूषण मतलब इसमें हवा, पानी, या मिट्टी में हानिकारक पदार्थों का मिलना शामिल है, जो पारिस्थितिक तंत्रों के लिए हानिकारक हो सकता है।फ्लैप सेटिंग (5 डिग्री) और गियर (डाउन) टेकऑफ के लिए सामान्य थे। कोई पक्षी गतिविधि या मौसम संबंधी समस्या नहीं थी- साफ आसमान, अच्छी दृश्यता, हल्की हवाएं चल रही थीं।एएआईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पायलटों के साफ छवि वाले थे पिछली कोई खराब हिस्ट्री नहीं थी और दोनों चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ थे, और उन्हें इस प्रकार के विमानों का पर्याप्त अनुभव था।तत्काल तोडफ़ोड़ का कोई सबूत नहीं मिला, लेकिन ईंधन स्विच में संभावित खराबी के बारे में एफएए की एक ज्ञात सलाह मौजूद थी। एयर इंडिया द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था। विमान भार और संतुलन सीमा के भीतर था वहीं, विमान में कोई खतरनाक सामान नहीं था।