Punjab पंजाब: रोपड़ रेंज के DIG (2009 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी) और एक निजी व्यक्ति को CBI ने रिश्वतखोरी मामले में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अधिकारी ने शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपये की रिश्वत ली और नियमित मासिक अवैध भुगतान की मांग भी की। CBI के अधिकारियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी और बरामदगी आर्थिक अपराध और रिश्वतखोरी की जांच का हिस्सा है। अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पदस्थापना का दुरुपयोग करते हुए शिकायतकर्ता से बड़े पैमाने पर अवैध लाभ लेने की कोशिश की। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मामले ने राज्य पुलिस में भ्रष्टाचार और पद का दुरुपयोग उजागर किया है। बरामद की गई संपत्ति की कीमत और पैमाने को देखते हुए यह मामला भारी आर्थिक अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग का उदाहरण माना जा रहा है। CBI अब इस मामले की पूरी गहन जांच कर रही है। अधिकारियों ने कहा कि मामले में शामिल अन्य संभावित व्यक्तियों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह मामला पंजाब और चंडीगढ़ में सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही पर भी सवाल खड़ा करता है। बरामद सामग्री में शामिल हथियार और बड़ी मात्रा में नकद यह संकेत देते हैं कि अधिकारी और मध्यस्थ द्वारा व्यापक नेटवर्क के माध्यम से अवैध गतिविधियाँ संचालित की जा रही थीं। CBI ने कहा कि कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। इससे राज्य में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच और अधिकारियों की जवाबदेही बढ़ाने में मदद मिलेगी। CBI ने पंजाब और चंडीगढ़ में अधिकारियों से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। बरामदगी में शामिल हैं: लगभग 5 करोड़ रुपये नकद लगभग 1.5 किलो ज्वैलरी पंजाब में अचल संपत्ति और अन्य संपत्ति के दस्तावेज दो लक्ज़री कारों (Mercedes और Audi) की चाबियाँ 22 लक्ज़री घड़ियाँ लॉकर की चाबियाँ 40 लीटर विदेशी शराब की बोतलें हथियार: 1 डबल-बैरल बंदूक, 1 पिस्टल, 1 रिवॉल्वर, 1 एयरगन और गोला-बारूद . मध्यस्थ से तलाशी के दौरान 21 लाख रुपये नकद बरामद हुए।

CBI ने बताया कि यह कार्रवाई आर्थिक अपराध और रिश्वतखोरी की जांच का हिस्सा है। अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए शिकायतकर्ता से बड़े पैमाने पर अवैध लाभ लेने की कोशिश की। विशेषज्ञों के अनुसार, यह मामला राज्य पुलिस में भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग को उजागर करता है। बरामद संपत्ति और हथियार यह संकेत देते हैं कि अधिकारी और मध्यस्थ के पास एक व्यापक अवैध नेटवर्क था। CBI अब मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य संभावित व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। अधिकारियों ने कहा कि कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई होगी और दोषियों को अदालत में पेश किया जाएगा। यह मामला पंजाब और चंडीगढ़ में प्रशासनिक जवाबदेही और भ्रष्टाचार नियंत्रण पर सवाल उठाता है।