नई दिल्ली। असम पुलिस ने शनिवार को बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेघालय (यूएसटीएम) के कुलाधिपति महबाबुल हक को शुक्रवार देर रात चल रही सीबीएसई परीक्षाओं के दौरान कथित कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
महबाबुल हक की ERD फाउंडेशन असम के श्रीभूमि जिले में सेंट्रल पब्लिक स्कूल चलाती है। कुलाधिपति महबाबुल को पुलिस और विशेष कार्य बल की संयुक्त टीम ने गुवाहाटी के घोरामारा स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, महबाबुल पर शुक्रवार को परीक्षा केन्द्रों में से एक केन्द्रीय विद्यालय में कक्षा 12वीं की भौतिक विज्ञान की परीक्षा में रूकावट पैदा करने का आरोप है। सूत्रों ने बताया कि महबाबुल ने कथित तौर पर प्रश्नपत्र के उत्तर देने में बाहरी मदद के बदले अपने स्कूल के छात्रों से पैसे लिए थे। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि केंद्र पर तब हंगामा मच गया जब छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें कोई मदद नहीं दी गई। एक सूत्र ने बताया, “केन्द्रीय विद्यालय से कुल 274 छात्र परीक्षा में बैठे थे, जिनमें से 214 सेंट्रल पब्लिक स्कूल से थे।” इस रिपोर्ट को लिखे जाने तक महबाबुल के परिवार या उनके वकील की ओर से कोई तत्काल टिप्पणी नहीं आई। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि शिक्षा को व्यवसाय में तब्दील न किया जाए।
छात्रों से वादा करता हूं…: सीएम हिमंत
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “पिछले कुछ समय से मैं एक बड़े नेटवर्क को देख रहा हूं जो छात्रों से वादा करता है कि वे उनके लिए उच्च अंक सुनिश्चित करेंगे और मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश और सीबीएसई द्वारा आयोजित परीक्षाओं से पहले, इन छात्रों के परीक्षा केंद्रों को कुछ विशिष्ट स्कूलों में बदल दिया जाता है।”
उन्होंने कहा, “गोआलपाड़ा, नागांव और कामरूप जिलों से सीबीएसई पाठ्यक्रम के तहत 200 से अधिक छात्रों को इस बार भी उनके घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर श्रीभूमि के पथकारंडी में एक केंद्र पर ले जाया गया। जब छात्रों को आसान अंक हासिल करने का कोई अवसर नहीं मिला, तो उन्होंने हंगामा किया और यह मुद्दा सामने आया।”