
बलरामपुर। ज्वेलरी दुकान में हुई चोरी के मामले में हाल ही में बलरामपुर पुलिस ने जशपुर जिले से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन्हीं में से एक आरोपी उमेश सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। जानकारी के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद उमेश सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके चलते पुलिस ने उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने *शव लेने से इंकार कर दिया और आरोप लगाया कि उमेश की मौत पुलिस कस्टडी में हुई है। परिजनों का कहना है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाए और उन्हें मुआवजा दिया जाए। वहीं, प्रशासन ने पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, मृतक उमेश सिंह और उसके परिवार के कई सदस्य कथित रूप से ‘बादी गैंग’से जुड़े हुए हैं, जो चोरी और डकैती जैसी वारदातों के लिए जाना जाता है। बताया जा रहा है कि उमेश और उसके पिता पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वे कई जिलों में वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। अब सवाल यह है कि प्रशासन इस पूरे मामले में क्या रुख अपनाएगा — क्या परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा या फिर न्यायिक जांच के नतीजों के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल पुलिस और प्रशासन दोनों ही मामले की जांच में जुटे हुए हैं।























