विश्व बंजारा दिवस पर मुख्यमंत्री ने दिया विकास का भरोसा

( सीताराम नायक )
जांजगीर चांपा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज विश्व बंजारा दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ द्वारा आयोजित विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बंजारा समाज का इतिहास बहुत समृद्धशाली रहा है। बहुत पहले से यह समाज व्यापार से जुड़ा है। देश की स्वतंत्रता में भी बंजारा समाज का उल्लेखनीय योगदान रहा है।
मुख्यमंत्री का बंजारा समाज द्वारा पारम्पीक बंजारा पोशाक पहना कर सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री को बंजारा समाज द्वारा प्रकाशित पुस्तिका भी भेंट की गयी। समाज की महिलाओं ने पारम्परिक लड़ी नृत्य की सुंदर प्रस्तुति की।
मुख्यमंत्री श्री साथ ने विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम की शुरुआत बंजारा समाज के गुरु श्री गुरुनानक देव एवं संत सेवालाल महाराज के तस्वीर पर माल्यार्पण कर के किया। उन्होंने बंजारा समाज को विश्व बंजारा दिवा 08 अप्रैल की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंजारा समुदाय बरसों से व्यापार करता रहा है। पहले बैल के माध्यम से सामानों को दूर-दूर तक ले जाते थे । मुझे बंजारा समाज के आदरणीय साथी शाह जी के योगदान का स्मरण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पास दो लाख बैल हुआ करती थी, जिनके माध्यम से वे व्यापार किया करते थे। वे रावलपिंडी से काबूल कंधार तक यात्रा करते थे। उस जमाने में दिल्ली के चांदनी चौक में बड़ी जमीन उनके पास थी। धन-दौलत के भंडार होने के बावजूद वे हमेशा विनम्र रहे और परोपकार में अपना धन खर्च किया करते थे। उन्होंने 95 साल की उम्र में औरंगजेब की सेना का
प्रतिरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा बंजारा समाज से घनिष्ठ संबंध है। मेरे गांव बनिया के आसपास मदनपुर, पत्थलगांव का आदि अनेक गांव है. जहां बंजारा समाज के भाई-बंधु रहते हैं, ने सब अभी भी आत्मीयता से रहा करते हैं। ग्राम में जो समाज के लोग ही निवासरत है। वे पूरा गांव कैटरिंग का काम करने आज भी करते हैं। आसपास के गांव में कोई भी कार्यक्रम होता है तो इसी गांव के लोगों को ही बुलाते है। छत्तीसगढ़ के वन में भी बंजारा के लोगों की बड़ी जनसंख्या है। बहुत खुशी की बात है कि आज यह महाकुंभ कर समाज को जागृत करने का कार्य किया जा रहा है। ऐसी आयोजन से समाज को आपस मिलने-जुलने और एकजुट होने का अवसर मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी साकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को तेजी से पूरा किया जा रहा है। सरकार बनने के बाद हमने पहली कैबिनेट बैठक में 10 लाख प्रधानमंत्री आवास को स्वीकृति दी। छत्तीसगढ़ में 70 लाख माताओं-बहनों को महतारी बंदन योजना की राशि दी जा रही है। हमारा राज्य धान का कटोरा है। हम 3100 रुपया प्रति क्विंटल की कीमत में धान की खरीदी कर रहे हैं। हमारे बनवासी भाई बहनों को तेंदूपत्ता का प्रति मानक बोरा 5500 रुपए दिशा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल है। रामलला दर्शन योजना के माध्यम से प्रदेश वासियों को भगवान श्री रामलला का दर्जन कराया जा रहा है। हाल ही में मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना की भी शुरुआत शुरुआत की गई है। हम हर क्षेत्र में छत्तीसगढक़ो आगे लाने का प्रयास कर रहे हैं। यह बहुत गर्व की बात है कि राज्य बनने के बाद 25 वर्ष की यात्रा में छतीसगढ़ में हमने आईआईटी, आईआईएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, ट्रिपल आईटी जैसे शीर्ष संस्थाएं स्थापित है।
विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम को महाराष्ट्र के युवा व जल संरक्षण कैबिनेट मंत्री संजय राठौड़ ने कहा कि केरल से लेकर कश्मीर तक बंजारा समाज की एक बोली है। पूरे देश में बंजारा समाज के तीज-त्यौहार, परंपरा, संस्कृति, खान पान एक है। बंजारा समाज नैसर्गिक रूप से एक प्रकृति पूजक समाज है। हमारा समाज पूरे देश में फैला हुआ है। हर जगह यह अलग-अलग नामों से पहचाना जाता है।
विशाल बंजारा महाकुंभ कार्यक्रम में श्री श्री मंडल महंत स्वामी उमेशानन्द गिरी महाराज महाराष्ट्र के राज्य मंत्री इंद्रनील नाइक, बसना विधायक सम्मत अग्रवाल, कर्नाटक के पूर्व सांसद उमेश जाधव, ऑल इंडिया बंजारा सेवा संघ के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के शंकर पवार, प्रदेश अध्यक्ष सदाशिव रामजी नायक, पिसी राठौड़ श्रीमती शीतल संजय राठौड़, श्रीमती मोहिनी ताई नायक सहित हजारों संख्या में बंजारा समाज के लोग उपस्थित रहे।