कोरबा। नगर समेत विभिन्न क्षेत्रों में ईसाई समुदाय ने आज दुख भोग सप्ताह की महत्वपूर्ण कड़ी गुड फ्राइडे को भक्ति और आत्ममंथन के साथ मनाया। इस अवसर पर कोरबा शहर के सभी प्रमुख गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाओं और संगीत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में मसीही समुदाय के स्त्री, पुरुष और बच्चे शामिल हुए।
सुबह 8 बजे से ही चर्चों में श्रद्धालुओं की उपस्थिति दर्ज होनी शुरू हो गई। चर्च प्रबंधन के पदाधिकारियों और पादरियों द्वारा विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रभु यीशु मसीह द्वारा क्रूस पर दिए गए बलिदान को स्मरण किया गया। इस अवसर पर सात वचनों पर विशेष प्रकाश डाला गया, जो प्रभु यीशु ने क्रूस पर अपने अंतिम क्षणों में कहे थे। इन वचनों के माध्यम से धर्मगुरुओं ने जीवन में करुणा, क्षमा और सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। गुड फ्राइडे पर उपस्थित धर्मगुरुओं ने समुदाय को संबोधित करते हुए इस दिन के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि यह दिन केवल शोक या दु:ख प्रकट करने का नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और आत्मशुद्धि का दिन है। यह दिन हमें सिखाता है कि त्याग, क्षमा और प्रेम के माध्यम से हम न केवल प्रभु के करीब आ सकते हैं, बल्कि अपने जीवन को भी सच्चे अर्थों में सार्थक बना सकते हैं। इस प्रकार, कोरबा में गुड फ्राइडे का आयोजन श्रद्धा, भक्ति और सामूहिक एकता की मिसाल बनकर उभरा, जिसने न केवल मसीही समुदाय को जोडऩे का कार्य किया, बल्कि समाज को भी करुणा और प्रेम का संदेश दिया।