पामगढ़ । चैतन्य विज्ञान एवं कला महाविद्यालय पामगढ़ के 25वें स्थापना दिवस का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में जिले के कलेक्टर जन्मेजय महोबे उपस्थित रहे। महाविद्यालय के संचालक वीरेन्द्र तिवारी, प्राचार्य डॉ. व्हीके गुप्ता आईक्यूएसी समन्वयक विवेक जोगलेकर तथा चैतन्य शासी निकाय की सदस्य डॉ. गरिमा तिवारी पामगढ़ के एसडीएम वहीदुर्रहमान की
उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि का महाविद्यालय के संचालक और प्राचार्य द्वारा पुष्पहार, शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत एवं सम्मान किया गया। तत्पश्चात डॉ. गरिमा तिवारी के द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया। अपने उद्बोधन में कलेक्टर महोबे ने महाविद्यालय प्रशासन द्वारा हरित परिसर निर्माण, कौशल विकास कार्यक्रम तथा लेक्चरर कैप्चरिंग सिस्टम जैसी नवाचारी पहलों की
प्रशंसा करते हुए महाविद्यालय को आस पास के महाविद्यालयों के लिए प्रेरणा स्त्रोत महाविद्यालय बताया। उन्होंने नैक मूल्यांकन में ग्रेड प्राप्त करने के लिए भी शुभकामनाएं दी। उन्होंने छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सफलता के लिए प्रत्येक छात्र को अपनी मूल भाषा एवं दसवीं स्तर की गणित की समझ को सुदृढ़ करना चाहिए। उन्होंने आत्मनिर्भरता की दिशा में छात्रों को कम से कम एक कौशल अर्जित करने की सलाह दी जिससे स्वरोजगार के अवसर प्राप्त किए जा सकें।
रोपे गए रुद्राक्ष एवं मोरिंगा के पौधे
कलेक्टर महोबे के द्वारा स्कूल परिसर में फलदार पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर एक वृक्ष मांकेनाम अभियान के तहत कलेक्टर ने महाविद्यालय परिसर में रुद्राक्ष के पौधे का रोपण किया। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ यूनेस्को द्वारा सुपर फूड प्लांट घोषित मोरिंगा के पौधों का भी रोपण किया। पौधरोपण के पश्चात कलेक्टर ने महाविद्यालय परिसर में भ्रमण करते हुए उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन किया।