
कोरबा । नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा ऐसे बड़े बकायादारों, जिनके द्वारा बकाया करों की राशि निगम कोष में नहीं जमा कराई जा रही, उनकी संपत्तियो को सील करने की कार्यवाही लगातार की जा रही है।
इस कड़ी में वार्ड क्र. 06 मोहनलाल अग्रवाल के नाम से दर्ज संपत्ति को निगम ने सील कर दिया है, उन पर 01 लाख 63 हजार से अधिक की कर राशि बकाया है। निगम द्वारा की जा रही कार्यवाही के फलस्वरूप अब प्रतिदिन औसतन 15 से 20 लाख रूपये की बकाया करों की राशि निगम कोष में जमा होने लगी है, वहीं विगत डेढ़ माह के दौरान लगभग 05 करोड रूपये के राजस्व की वसूली निगम द्वारा की जा चुकी है।
नगर पालिक निगम कोरबा को संपत्तिकर सहित अन्य करों व भवन, दुकान किराया आदि की करोड़ों रूपये की बकाया राशि बकायादारों से प्राप्त करनी है, इन बड़े बकायादारों को बार-बार नोटिस देने व वारंट जारी करने के बावजूद भी उनके द्वारा बकाया राशि निगम कोष में जमा नहीं कराई जा रही। निगम को देय विभिन्न करों को समय पर निगम कोष जमा कराने की जवाबदारी स्वयं करदाता की होती है ताकि समय पर करों का भुगतान हो सके तथा करों की बकाया राशि में अनावश्यक वृद्धि न हों, किंतु निगम के राजस्व अमले द्वारा इन बकायादारों से बार-बार आग्रह किए जाने के बावजूद कर की राशि जमा नहीं कराई जाती, जिससे निगम को आर्थिक क्षति उठानी पड़ती है, नगर के विकास कार्य व नागरिक सुविधाएं प्रभावित होती हैं।
आयुक्त श्री आशुतोष पांडेय ने इस स्थिति के मद्देनजर बकाया कर राशि की वसूली हेतु ठोस कदम उठाते हुए टास्क फोर्स दल का गठन कर बड़े बकायादारों की संपत्तियो को सील करने की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए थे। उक्त कार्य दल द्वारा बड़े बकायादारों की सम्पत्तियों को सील करने की कार्यवाही की जा रही है, पूर्व में 06 बड़े बकायादारों के 19 भवन, दुकान आदि को सील किया गया था। इसी कड़ी में वार्ड क्र. 06 में मोहनलाल अग्रवाल के नाम पर दर्ज संपत्ति को निगम द्वारा सील किया गया है, उन पर 01 लाख 63 हजार रूपये से अधिक की बकाया कर राशि शेष है। इसी प्रकार अनेक बड़े बकायादारों की संपत्तियो सील करने हेतु जब टास्क फोर्स दल के सदस्य पहुंच रहे हैं, तब इन बड़े बकायादारों द्वारा सीलिंग से बचने के लिए तत्काल बकाया कर राशि निगम कोष में जमा कराई जा रही है, टास्क फोर्स के द्वारा की जा रही इस कार्यवाही के परिणाम स्वरूप बकायादारों द्वारा बकाया राशि जमा कराने में तेजी आई है, वहीं दूसरी ओर निगम द्वारा विगत डेढ़ माह के दौरान 05 करोड़ रूपये से अधिक की बकाया कर राशि की वसूली की जा चुकी है।
बकाया राशि जमा कराएं, असुविधा से बचें
आयुक्त आशुतोष पांडेय ने निगम के सभी बकायादारों से कहा है कि निगम के देय करों की बकाया राशि तत्काल निगम कोष में जमा कराएं तथा निगम द्वारा की जाने वाली किसी कार्यवाही से होने वाली असुविधा से बचें। उन्होने कहा है कि निगम के विभिन्न करों से प्राप्त होने वाली राशि के द्वारा ही नगर विकास के कार्यो के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं की बेहतरी व इनकी निरतर उपलब्धता सुनिश्चित करने से जुड़े कार्य कराए जाते हैं, अत: आवश्यक है कि करों का भुगतान समय पर किया जाए। आयुक्त श्री पांडेय ने बकायादारों, करदाताओं से कहा है कि समय पर कर की राशि जमा न कराए जाने पर बकाया राशि बढ़ती जाती है, जिसे एक न एक दिन जमा करना ही होगा, अत: समय पर करों का भुगतान करें। उन्होने कहा कि निगम के कार्य दल द्वारा बड़े बकायादारों की संपत्तियो को सील किए जाने की कार्यवाही निरंतर की जाएगी, अत: बकाया राशि को तत्काल जमा कराएं तथा कार्यवाही से होने वाली किसी भी प्रकार की असुविधा से बचें।