
नोएडा। जालसाजों ने उच्च न्यायालय की वरिष्ठ अधिवक्ता को हथियारों की अवैध तस्करी में उनका आधार कार्ड का प्रयोग होने का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर 3.29 करोड़ से ज्यादा रुपये ठग लिए। शातिरों ने जेल भेजने का डर दिखाकर पांच बार में विभिन्न खातों में रकम जमा कराई। ठगी के बीच और रकम जमा करने का दवाब बनाने पर उन्हें शक हुआ।
अधिवक्ता ने साइबर थाने में ठगी का मामला दर्ज कराया
पीड़ित अधिवक्ता ने साइबर थाने में ठगी का मामला दर्ज कराया है। पुलिस नामजद तीन जालसाजों की जांच कर रही है। वरिष्ठ अधिवक्ता नोएडा के सेक्टर-47 स्थित डी ब्लाक में रहती हैं। 10 जून को उनके लैंडलाइन नंबर पर अनजान युवक की काल आई।उसने खुद को जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर कहा कि आपके आधार कार्ड और बैंक खाते का इस्तेमाल हथियारों की अवैध तस्करी, ब्लैकमेलिंग और जुए में इस्तेमाल हुआ है। शातिर ने बोला कि मामला संगीन होने पर उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। इस मामले में 25 अप्रैल को मामला दर्ज हो चुका है।
बैकग्राउंड में एक शातिर पुलिस की वर्दी में था
शातिर ने दूसरे व्यक्ति का नंबर देकर कहा इनसे बात करने पर पीड़िता को मामले के संबंध में एनओसी मिलेगी। फिर गिरोह के सदस्यों ने उन्हें वाट्सएप पर वीडियो काल कर डिजिटल अरेस्ट कर लिया। बैकग्राउंड में एक शातिर पुलिस की वर्दी में था।