नई दिल्ली। कोलकाता के भवानीपुर इलाके में मंगलवार को उस समय तनाव फैल गया जब कुछ गुस्साए स्थानीय लोगों ने 11 साल की एक बच्ची के पिता और सौतेली मां पर हमला कर दिया। बच्ची का शव एक दिन पहले उनके घर की अलमारी से आंशिक रूप से लटका हुआ मिला था।

पुलिस ने बताया कि मृतक नाबालिग सुरंजना सिंह, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में दोषी संजय राय की भांजी थी।

भागने की कर रहे थे कोशिश

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भोला सिंह और उनकी पत्नी पूजा, जो कथित तौर पर अपने घर से भागने की कोशिश कर रहे थे, को पड़ोसियों ने रोक लिया और दोनों पर घर में बच्ची को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए उन पर हमला कर दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि स्थानीय लोगों ने सौतेली मां को बाल पकडक़र घसीटा और पीटा, जबकि पिता को भी जूतों से पीटा गया। पुलिस मौके पर पहुंची और दंपती को उग्र पड़ोसियों से बचाकर स्थानीय अलीपुर थाने ले गई। पुलिस ने बताया कि भोला ने पहले संजय राय की बड़ी बहन बबीता से शादी की थी और सुरंजना उनकी इकलौती संतान थी।

अलमारी के अंदर मिला शव

कुछ साल पहले बबीता की आत्महत्या के बाद, उसने उसकी छोटी बहन पूजा से शादी कर ली। पांचवीं कक्षा में पढऩे वाली बच्ची एक अलमारी के अंदर हैंगर से लटकी हुई पाई गई, जिसका गला कपड़े के एक टुकड़े से बंधा हुआ था। उसकी सौतेली मां जब बाहर से घर लौटी, तो बच्ची को इस हालत में पाया।

उसे एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। पड़ोसियों ने आरोप लगाया कि माता-पिता अक्सर लडक़ी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त करते थे। इस दुर्व्यवहार ने उसे बहुत गहरे सदमे में डाल दिया था।

जांच में जुटी पुलिस

शुरुआती जांच में आत्महत्या का संकेत मिला है। हालांकि, हत्या की संभावना से इन्कार नहीं किया जा रहा है। पुलिस मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।