
दिल्ली 02 नवंबर। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर यमुना सफाई के नाम पर पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा किए गए 6,856 करोड़ रुपये के घोटाले की व्यापक जाँच की माँग की है। यादव ने आरोप लगाया कि आप और भाजपा दोनों ने दिल्लीवासियों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि वर्षों से भारी खर्च के बावजूद, नदी की हालत अभी भी दयनीय है। यादव ने कहा, भाजपा और आप निवासियों के स्वास्थ्य को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं, क्योंकि 11 वर्षों से केजरीवाल सरकार और पिछले 8 महीनों से रेखा गुप्ता सरकार वायु और जल प्रदूषण को नियंत्रित करने में विफल रही है।
हैरानी की बात यह है कि राजधानी में होने वाली 100 में से 15 मौतें प्रदूषण के कारण होती हैं। विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र (सीएसई) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से 2022 तक यमुना की सफाई पर 6,856 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद, नदी की स्थिति में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है।
यादव ने कहा कि यमुना का दिल्लीवासियों के लिए गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है, फिर भी एक के बाद एक आई सरकारों ने “नदी की सफाई के झूठे वादों से लोगों को गुमराह किया, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई काम नहीं किया।” प्रगति की कमी पर प्रकाश डालते हुए यादव ने कहा, “37 ट्रीटमेंट प्लांट में से 26 मानकों के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं और वज़ीराबाद और ओखला बैराज से 171 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) सीवेज सीधे यमुना में गिरता है।” उन्होंने तत्काल हस्तक्षेप और जवाबदेही की माँग की।





















