परिजनों के सुपुर्द करे प्रशासन : हिंदू जागरण मंच
कोरबा। एक युवती लंबे समय से उज्जवला केंद्र बालकोनगर में रखी गई है। वह अपने परिजनों से दूर है। उसके परिजनों ने प्रशासन को पत्र लिखकर कहा है कि बेटी को उनके सुपुर्द किया जाए।
खबर के अनुसर फेरी वाले युवक तौशिफ मेमन ने इस युवती को कुछ समय पहले अपने चक्कर में फंसा लिया। कहा जा रहा है कि कथित रूप से युवती को अपने साथ करते हुए ऐसा प्रचारित किया जा रहा है कि उससे विवाह किया गया है। दूसरी ओर इस मामले में कई हिंदू संगठनों और युवती के परिजनों द्वारा हस्तक्षेप करने के साथ आपत्ति दर्ज कराई गई। उन्होंने बताया कि पूरा मामला विवादित है। युवती अभी भी अपने मूल धर्म का हिस्सा है ऐसे में उसका कथित विवाह अवैध है और उसके मामले में समस्त निर्णयों का दायित्व उसके माता-पिता का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तौशिफ मेमन ने कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण के लिए लगाया है जिसकी सुनवाई 10 जून को मुख्य बेंच में है। इधर युवती के पिता राकेश सिंह और माता विमलेश सिंह ने कहा कि पूरे प्रकरण में सही तरीके से जांच नहीं की गई, तथ्यों को नहीं देखा गया। लगातार शिकायत के बाद युवती को महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित उज्जवला केंद्र में भेज दिया गया, जहां पर वह काफी समय से संरक्षित है लेकिन अपने घर के लोगों से दूर है। इस प्रकरण में हिंदू जागरण मंच के द्वारा मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, राज्यपाल सहित प्रशासन से मांग की गई है कि धर्मांतरण के साथ-साथ लव जिहाद जैसे मामले बढ़ रहे हैं इसलिए इन पर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने मौजूदा मामले को लेकर कहा कि युवती को उसके माता-पिता की सुपुर्दगी में दिया जाना चाहिए।