कोरिया बैकुंठपुर। जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित ऐतिहासिक प्रेमाबाग मंदिर परिसर में इस वर्ष सावन के अंतिम सोमवार को भक्ति और श्रद्धा का अनुपम संगम देखने को मिलेगा। देवरहा बाबा सेवा समिति के तत्वावधान में एक दिवसीय भव्य रुद्राभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सवा लाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। यह आयोजन श्रद्धालुओं के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, और पूरे जिलेभर से शिवभक्तों के भारी संख्या में पहुंचने की संभावना है। हिंदू पंचांग के अनुसार सावन मास भगवान शिव की आराधना का सबसे शुभ समय माना जाता है। इस महीने में सोमवार का दिन विशेष रूप से शिवपूजन के लिए उपयुक्त होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस माह में भगवान शिव पृथ्वी पर अत्यधिक सक्रिय रहते हैं और अपने भक्तों की प्रार्थनाओं को सहर्ष स्वीकार करते हैं। यही कारण है कि श्रद्धालु इस महीने को उपवास, पूजा, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और पार्थिव शिवलिंग निर्माण जैसे अनुष्ठानों से भरपूर रखते हैं। देवरहा बाबा सेवा समिति के सदस्यों द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, 5 अगस्त 2025, सोमवार को सावन के अंतिम सोमवार के शुभ अवसर पर सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमडऩे की संभावना है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रात: 5 बजे पार्थिव शिवलिंग निर्माण से होगी। मिट्टी से बनाए गए इन शिवलिंगों का धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यता है कि पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं और समस्त दोषों का नाश होता है। इस संबंध में देवरहा बाबा सेवा समिति के अध्यक्ष शैलेश शिवहरे लिए जानकारी देते हुए बताया कि सावन के अंतिम सोमवार को इस कार्यक्रम मे अधिक से अधिक श्रद्धालु अपनी उपस्थिति दर्ज कराकरकार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें। निश्चित तौर पर देवरहा बाबा सेवा समिति का आयोजन कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के लिए बहुत ही सराहनीय है।