जांजगीर। जिले में डायरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। पिछले चार दिन से जिला अस्पताल में रोजाना करीब 10 नए मरीज पहुंच रहे हैं। हालात बिगडऩे पर मरीजों को जिला अस्पताल के साथ ही सामुदायिक और उप स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती किया जा रहा है। गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाने पड़ रहे हैं। अभी करीब 20 मरीज भर्ती हैं।
अकलतरा के हरदी में अब तक करीब 20 लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। सोमवार को यहां पांच नए मरीज मिले। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी गांवों में निगरानी कर रहे हैं। इसके बावजूद बीमारी पर काबू नहीं पाया जा सका है। शहर के साथ गांवों में साफ-सफाई की स्थिति खराब है।
दूषित पानी पीने से लोग बीमार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही है। मरीजों को ओआरएस और जरूरी दवाएं दी जा रही हैं। जिला अस्पताल में डायरिया के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। 6नगर पंचायत खरौद में डायरिया का प्रकोप जारी है। यहां सबसे अधिक मरीज मिल चुके हैं। तीन दिनों में करीब 50 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। यहां के सीएचसी में मरीजों को भर्ती किया गया था। अधिकारियों को निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने कहा था। 6अकलतरा के ग्राम हरदी महामाया में पहले 22 लोग डायरिया के शिकार हुए थे। इसके बाद 20 जुलाई को 4 लोगों को उल्टी दस्त होने पर उप स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया था।
21 जुलाई को पांच नए मरीज की पहचान हुई हैं। 6अकलतरी में एक माह पहले 16 लोगों में डायरिया बिमारी के लक्षण मिले है। इनमें से 5 मरीजों को सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 2 मरीजों का बिलासपुर भेजा गया था। बाकी मरीजों का इलाज गांव में हुआ। वार्ड नंबर 4, 11 और 12 में परेशानी हुई थी। बारिश के मौसम में गंदगी ज्यादा फैलती है। मक्खियां और मच्छर भी ज्यादा पनपते हैं। इसलिए डायरिया के मामले बढ़ते हैं। अभी जो मरीज आ रहे हैं वे गंभीर नहीं हैं, लेकिन उन्हें भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। कई मरीजों में सामान्य डायरिया है, तो कई में लक्षण अधिक हैं।
पिछले कुछ समय में जिले के इन गांवों में मिले हैं डायरिया के मरीज
डायरिया के प्रकोप से बचने के लिए ये करें आईडीएसपी के जिला नोडल अधिकारी डॉ. दीपक साहू ने बताया कि डायरिया से मौत भी हो सकती है। इसलिए सावधानियां बरतें। पानी उबालकर पीएं। क्लोरीन टेबलेट से पीने के पानी को साफ करें। घर के आसपास गंदगी न फैलने दें। साफ व गर्म भोजन का ही सेवन करें। शरीर में पानी की मात्रा बनाकर रखें। ओआरएस और ग्लूकोज का घोल लेते रहें। उल्टी-दस्त होने पर तत्काल चिकित्सकीय सलाह व जांच कराकर दवाओं का सेवन करें। उल्टी दस्त होने पर गांव के मुखिया या मितानिन दीदी को जानकारी दें।