कोरिया बैकुंठपुर। ग्रामीण अंचलों की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ाने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत रेडियो कार्यक्रम ‘दीदी के गोठ’ का शुभारंभ जिला पचायत सभाकक्ष बैकुण्ठपुर में किया गया, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष मोहित राम पैकरा, उपाध्यक्ष श्रीमती वंदना राजवाड़े सदस्यगण व जनपद पंचायत के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य, अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।
दीदी के गोठ’ रेडियो कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, भारत सरकार के केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने प्रेरणादायी संदेश प्रेषित किए। उन्होंने महिलाओं के आत्मविश्वास और मेहनत से प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में आए सकारात्मक बदलाव को रेखांकित करते हुए कहा कि ‘दीदी के गोठ’ जैसी पहल महिलाओं की आवाज़ को घर-घर तक पहुँचाएगी। कार्यक्रम में बिहान योजना के दीदियों की कहानी उन्हीं की जुबानी भी सुनाई गई। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ‘दीदी के गोठ’ का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को शासन की योजनाओं से जोडऩा, उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रेरित करना है। जिले की महिला स्व-सहायता समूहों की बहने आत्मनिर्भरता की नई मिसाल पेश कर रही हैं। कोरिया जिले में 4 हजार स्व सहायता समूह में 40 हजार से अधिक महिलाये जुडी हुई हैं, जहाँ कुल 280 ग्राम संगठन एवं 12 संकुल संगठन है। ये महिलाएं अपने छोटे छोटे प्रयासों से बड़े सपनों को साकार कर रही हैं।जिले में 10 हजार दीदियों को लखपति बनाये जाने का लक्ष्य था जिसके विरुद्ध 7000 से अधिक महिलाये लखपति बन चुकी है। जिले के 3000 से अधिक समूहों का बैंक से क्रेडिट लिंकेज करवाया जा चुका है जिसके माध्यम से 70 करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया गया है। इन समूहों के माध्यम से महिलाएँ न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार रही हैं, बल्कि पूरे समाज को नई दिशा भी दे रही हैं। इस रेडियो कार्यक्रम में स्व-सहायता समूहों की उन सफल महिलाओं की कहानियाँ सुनाई गई जिन्होंने कठिनाइयों को पार करते हुए अपने दम पर आर्थिक मजबूती और सामाजिक पहचान हासिल की। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि आज छत्तीसगढ़ की हजारों महिलाएँ ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं। बिहान योजना ने उनके जीवन को बदल दिया है। कभी आर्थिक संघर्ष में जूझ रही महिलाएँ अब अपनी मेहनत और आत्मविश्वास से न केवल अपने परिवार को संबल दे रही हैं, बल्कि समाज में एक सम्मानजनक स्थान भी प्राप्त कर चुकी हैं। ‘दीदी के गोठ’ रेडियो प्रसारण के माध्यम से इन प्रेरणादायी कहानियों को हर गाँव और हर घर तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे ग्रामीण महिलाओं को नई ऊर्जा, हौसला और आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढऩे का मार्गदर्शन मिलेगा।