
कोरबा। कुछ दिनों से कोरबा जिले के कोलफील्ड में चोरी की घटनाएं बढ़ गई है। लगातार ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं । साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की सूचना पर कार्रवाई की गई। कुसमुंडा और चैत्मा क्षेत्र के रहने वाले दो आरोपियों को इस सिलसिले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 210 लीटर डीजल और दो गाडिय़ां जब्त की गई है।
दीपिका पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। उमाकांत सारथी और अनुराग रजक को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से ?20000 कीमत का 210 लीटर डीजल प्राप्त हुआ है जो 6 जरीकेन में मिला। आरोपियों के द्वारा उपयोग में लाई गई बोलोरो कैंपर संख्या सीजी 16 सीपी 8988 और बुलेट क्रमांक सीजी 12 बीआर 9762 को भी जप्त किया गया है। दीपिका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू ने बताया कि सीसीएल की ओर से खदानों में बढ़ती चोरियों के बारे में अवगत कराया गया था जिस पर संज्ञान लिया गया। आसपास में पेट्रोलिंग बढ़ाई गई। लोकल इंटेलिजेंस से मिले इनपुट के आधार पर एएसआई जितेश सिंह, खगेश राठौर और टीम को हमने एक्टिव किया जिसने एक इलाके में इस नजारे को देखा। इस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को लगता है कि कोई सिंडिकेट इस प्रकार की घटनाओं के पीछे काम कर रहा है। उस तक पहुंचने के लिए आवश्यक कोशिश की जा रही है। इससे पहले भी दीपिका पुलिस की ओर से डीजल चोरी के अनेक मामलों में कार्रवाई की गई है।
सुरक्षा प्रबंध पर उठ रहे सवाल
सबसे बड़ा सवाल इस बात का है कि आखिर खदान क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड हर महीने बड़ी धनराशि खर्च कर रहा है फिर उसका क्या मतलब? बड़ी संख्या में सिक्योरिटी मैनपॉवर डेप्लॉय करने के बावजूद अराजक तत्वों की उपस्थिति खदान इलाके में दर्ज होना अपने आप में सवाल खड़े करती है। कहा जा रहा है कि जब हर रास्ते पर चेक पॉइंट बने हुए हैं और जांच पड़ताल के बाद ही कर्मचारी और प्रबंधन की गाडिय़ां आगे जा सकती है तो फिर चोर कौन से गुप्त रास्ते का उपयोग कर रहे हैं। अगर इन्हें भीतर पहुंचने में आसानी हो रही है तो फिर दाल में काला तो है ही।