कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड दीपिका खदान के विस्तार के लिए हरदीबाजार क्षेत्र की जमीन को अर्जित करने के मामले में आयोजित की गई बैठक बेनतीजा रहीं। यहां प्रशासन और एसईसीएल के अधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों की बैठक हुई। इसमें जो नतीजे संभावित माने जा रहे थे, वैसा कुछ हुआ नहीं।पिछले दिनों मैं यहां की सरकारी जमीन का सर्वे प्रशासन की टीम के द्वारा लोगों के भारी विरोध के बावजूद कर लिया गया।
वहीं लोगों ने अपने निजी कृषि योग्य और गैर कृषि योग्य जमीन को देने से साफ मना कर दिया है। इसी मसले को लेकर तहसील कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक रखी गई थी। खबर के अनुसार 7 से अधिक बिन्दु बैठक के लिए शामिल किए गए थे।उक्तानुसार बसाहट और रोजगार के अलावा अन्य व्यवस्थाओं को लेकर जो चर्चा हुई वह लगभग सकारात्मकरही। इस दौरान जमीन अर्जन के एवज में जब मुआवजा का मसला आया तो अधिकारियों ने मौजूदा बाजार रेट को खारिज करते हुए एक एकड़ के लिए केवल 8 लाख रुपए की दर से भुगतान करने की बात कही।यहां से मामला बिगड़ गया और आखिरकार वार्ता बिना किसी नतीजे पर पहुंचे ही विफल हो गई। पूर्व विधायक पुरूषोत्तम कंवर और स्थानीय सरपंच लोकेश्वर सिंह कंवर ने बताया कि इतना कम मुआवजा न तो कोई लेगा और न ही हमें मंजूर है।इसके पीछे का आधार अधिकारी न तो जानते है और न ही बता पा रहे है। दीर्घकालिक हितों को ध्यान में रखते हुए हमनें इसे खारिज किया है।दूसरी ओर एसईसीएल के दीपका सीजीएम संजय मिश्रा के रवैय्ये पर भी लोगों ने नाराजगी दिखाई है।कहा गया कि उनके तानाशाही वाले व्यवहार के कारण स्थिति बिगड़ रही है। इसकी जानकारी आगे तक भेजी जा रही है।