
जालंधर, १२ जुलाई ।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पंजाब और हरियाणा में एक बड़े आपरेशन के दौरान डंकी रूट के जरिए विदेश भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों और एजेंसियों की साजिश का पर्दाफाश किया है। ईडी ने कहा कि छापेमारी के दौरान 30 असली पासपोर्ट बरामद किए गए हैं और कई एजेंटों के नाम सामने आए हैं जो अवैध रूप से भारतीय नागरिकों को अमेरिका भेजने के इस खतरनाक नेटवर्क में शामिल हैं। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई, जिसकी जांच फरवरी 2025 में अमेरिका से भारतीय नागरिकों के निर्वासन के बाद दर्ज केस से शुरू हुई थी। ईडी ने बुधवार को पंजाब के अमृतसर, संगरूर, पटियाला और मोगा और हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल में तलाशी अभियान चलाया।‘डंकी’ शब्द उस अवैध और जोखिम भरे रास्ते के लिए लिया जाता है, जिसके जरिए आरोपित कई देशों की सीमाओं को पार कर अमेरिका या अन्य देशों में प्रवेश करते हैं। इसमें मानव तस्करी के दलाल यानी डोंकर्स और माफिया गिरोह की बड़ी भूमिका होती है।ईडी ने बताया कि इन एजेंटों ने अमेरिका जाने के इच्छुक लोगों को कानूनी वीजा और सुरक्षित यात्रा का झांसा देकर उनसे मोटी रकम वसूली, लेकिन बाद में उन्हें डंकी रूट के जरिए भेजा गया। यह सफर जानलेवा परिस्थितियों, जंगलों, रेगिस्तानों और समुद्री सीमाओं से होकर गुजरता है।ये ट्रैवल एजेंट और माफिया संगठित तरीके से काम करते हैं। वे जानबूझकर प्रवासियों को जोखिम में डालते हैं ताकि उनके परिवारों से अधिक धन वसूला जा सके। ईडी ने एक एजेंट के घर से बरामद पासपोर्ट और दस्तावेजों के आधार पर हवाला के जरिए करोड़ों रुपये के लेन-देन के भी सबूत जुटाए हैं।
ईडी ने कहा है कि जिन एजेंटों और ट्रैवल एजेंसियों के नाम इस कार्रवाई में सामने आए हैं, उनके खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एजेंसी अब हवाला चैनलों और मनी लान्ड्रिंग की कडिय़ों की गहराई से जांच कर रही है। यह मामला पंजाब और हरियाणा पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से सामने आया है, जिसमें डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजे गए सैकड़ों नागरिकों के केस दर्ज हैं।