सक्ती। जल, जंगल और जमीन की रक्षा के नाम पर सत्ता में आई भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के जंगलों को कंपनी को सौंप दिया है। यह आरोप कांग्रेस पार्टी ने लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस ने इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे पर बहस होनी थी, लेकिन कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि ध्यान भटकाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल को झूठे मामले में गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के निर्देश पर पूरे छत्तीसगढ़ में जिला मुख्यालयों पर ईडी का पुतला दहन किया गया।
सक्ती में जिला कांग्रेस कमेटी ने स्थानीय कचहरी चौक में प्रदर्शन कर ईडी का पुतला जलाया। इस दौरान अनुसूचित जाति कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ‘राइस किंग’ खूंटे, जिला कांग्रेस अध्यक्ष त्रिलोक चंद जायसवाल और नगर अध्यक्ष दिगंबर चौबे ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक द्वेष की भावना से प्रेरित बताया और कड़ी निंदा की। प्रमुख रूप से साधेश्वर गवेल, महबूब खान, वंशी खांडे, गिरधर जायसवाल, पिंटू ठाकुर, प्रदीप राठौर, राकेश महंत, लालू प्रधान, विजय बहादुर, डॉ. टीकाराम कुर्रे सहित अनेक नेता उपस्थित रहे।