
आवास के पीछे से घुसकर घटना को दिया था अंजाम
कोरबा। कोरबा के सिविल लाइन पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत पिछले महीने हुई एक चोरी की घटना के मामले में जांच पड़ताल के बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिसिटी कंपनी के एक कर्मचारी के विभागीय आवास को निशाना बनाया था। पुलिस ने कहा की इस मामले में पकड़े गए आरोपियों से चोरी की और भी घटनाओं के बारे में अहम जानकारी मिल सकती हैं।
सीएसईबी कॉलोनी कोरबा ईस्ट के जूनियर क्लब के पास स्थित विभागीय कॉलोनी के आवास क्रमांक एनडी 43 में अप्रैल महीने में चोरी की घटना पीवी सुब्रमण्यम के यहां हुई थी। सुब्रमण्यम बिजली कंपनी में कर्मचारी हैं। घटना दिवस को सुब्रमण्यम निजी काम से आंध्र प्रदेश गए हुए थे और उनकी पत्नी रायगढ़ में थी। आवास के बाहर ताला लगा हुआ था। पिछले हिस्से से भीतर प्रवेश करने के साथ चांदी के लोटे सहित उसमें रखें पुराने जमाने की कीमती सिक्के और कई अन्य सामान पर कर दिए। 21 अप्रैल को सुब्रमण्यम की आंध्र प्रदेश से कोरबा वापसी हुई, तब उन्होंने पाया कि उनके यहां चोरी घटना हुई है। शुरुआती दौड़ में सुब्रमण्यम ने लगभग 2 लाख का सामान पर होने की बात कही थी जबकि पत्नी के आने पर जब गायब हुए सामानों का आकलन किया गया तो चोरी का आंकड़ा और बढ़ गया। पीडि़त कर्मचारी सुब्रमण्यम के द्वारा शिकायत करने पर सीएसईबी पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं में अपराध पंजीबद किया और जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस का भी सहारा इस काम में लिया। लगातार चल रही जांच पड़ताल में सिविल लाइन पुलिस को कुछ इनपुट मिले और उसे आधार पर जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई। इस दरमियान कई चीजों की जानकारी मिली और चार युगों को दबोच लिया गया जिन्होंने पूछताछ में जूनियर क्लब के पास के एक आवास से चोरी करने की बात स्वीकार की।