
कोरबा। जिले के कोरबा एवं कटघोरा वनमंडल के जंगलों में 100 के लगभग हाथी इन दिनों सक्रिय हैं। हाथियों का दल लगातार उत्पात मचाकर अनाज उत्पादन करने कवाले ग्रामीणों के सपनों को ध्वस्त कर रहे हैं। हाथियों का यह दल अनाज उत्पादकों के खेतों में पहुंचकर वहां पककर तैयार धान की फसल को चौपट कर रहे हैं। यह सिलसिला काफी दिनों से चल रहा है जिससे अनाज उत्पादकों में गहरा आक्रोश है। उनके द्वारा अपने फसल की सुरक्षा की गुहार जिला प्रशासन तथा वन विभाग से लगाई जा रही है लेकिन न तो वन विभाग कोई खास राहत दे पा रहा है और न ही जिला प्रशासन।
जानकारी के अनुसार कटघोरा वनमंडल के एतमानगर रेंज के पचरा क्षेत्र में 53 हाथी घूम रहे हैं। इन हाथियों को यहां का वातावरण भा गया है तथा यहां पर पर्याप्त मात्रा में चारा तथा पानी की व्यवस्था होने के कारण हाथी विगत एक पखवाड़े से क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। हाथियों का दल दिन भी जंगल में रहता है और शाम होने के बाद मूवमेंट करने के साथ क्षेत्र में स्थित बहरा खेतों में पहुंचकर वहां लगे धान को चट करने के बाद रौंदकर तहस-नहस कर दे रहा है। जबकि कोरबा वनमंडल के बालकोनगर रेंज में 12 हाथी तथा करतला रेंज में 28 हाथी विचरणरत हैं। बालको रेंज में विचरणरत हाथियों का दल बीती रात कछार गांव पहुंच गए। हाथियों ने यहां पहुंचने से पहले मछलीभाठा में पककर तैयार धान की फसल को चट कर दिया जिससे संबंधित ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं करतला रेंज के नोनबिर्रा सर्किल में सक्रिय 28 हाथी बांधापाली तथा केरवाद्वारी गांव में पहुंचकर डेढ़ दर्जन से अधिक अन्नदाताओं के फसल को चट कर दिया। पीडि़त अन्नदाताओं द्वारा वन विभाग को सूचना दिए जाने पर उसके अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गए हैं। साथ ही हाथियों द्वारा किए गए नुकसानी का आंकलन भी किया जा रहा है। हाथियों द्वारा आखिरी समय में फसल को चौपट करने तथा रौंदे जाने से अन्नदाताओं में गहरा आक्रोश है। साथ ही उनके सपने भी ध्वस्त हो रहे हैं। क्योंकि काफी मेहनत के बाद अन्नदाताओं ने धान फसल को तैयार किया है तथा इस वर्ष फसल अच्छी होने के कारण कोई अन्नदाता उसे बेचकर अपनी आवश्यकता की वस्तुएं खरीदने के सपने देख रहे थे तो कोई बाल-बच्चों का विवाह करने अथवा कोई अन्य कार्यक्रम को संपन्न कराने की योजना बनाए थे। ऐसे में हाथियों द्वारा उनकी मेहनतों पर पानी फेर दिए जाने से सपना भी ध्वस्त होकर अधूरा होता नजर आ रहा है।





















